तेलंगाना: पुलिस अधिकारी के पास मिली 70 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति, मामला दर्ज
तेलंगाना में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी करने के बाद उसके खिलाफ अवैध रूप से आय से अधिक संपत्ति जमा करने का मामला दर्ज किया है। ACB टीम ने छापेमारी के दौरान करीब 70 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है। हालांकि, जब्त की संपत्ति का सरकारी मूल्य 7.5 करोड़ रुपये है, लेकिन बाजार भाव के अनुसार इसकी कीमत 70 करोड़ रुपये आंकी गई है।
गुप्ता सूचना के आधार पर की गई पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई
NDTV के अनुसार ACB अधिकारियों ने बताया कि आरोपी पुलिस अधिकारी येल्माकुरी नरसिम्हा रेड्डी है। वह रचाकोंडा पुलिस कमिश्नरेट के तहत मलकाजगिरी डिवीजन में सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) के पद पर तैनात है। अधिकारियों ने बताया कि ACP के खिलाफ अवैध रूप से संपत्ति जमा करने की शिकायत मिली थी। इसके बाद टीम ने हैदराबाद, वारंगल, जनगांव, नालगोंडा करीमनगर जिले और आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में कुल 25 जगहों पर छापा मारा था।
कहां मिली कितनी संपत्ति?
ACB अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान ACP पास अनंतपुर में 55 एकड़ कृषि भूमि, मधापुर में साइबर टावर्स के सामने 1,960 वर्ग गज के चार प्लाट, अन्य जगहों पर दो अन्य प्लाट, हाफिजपेट में एक वाणिज्यिक G+3 भवन, दो घर, 15 लाख नकद, दो बैंक लॉकर के साथ रियल एस्टेट और अन्य व्यवसायों में बड़ा निवेश पाया गया हैं। अधिकारियों ने कहा कि तलाशी अभियान जारी है और मामले की जांच चल रही है।
भ्रष्टाचार और संदिग्ध साधनों से हासिल की संपत्ति
ACB अधिकारियों ने बताया कि ACP ने भ्रष्टाचार और अन्य संदिग्ध साधनों के जरिए इतनी संपत्ति हासिल की है। ऐसे में अब उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति और अवैध तरीके से संपत्ति हासिल करने का मामला दर्ज किया है। उन्होंने लोगों से पुलिस विभाग के किसी कर्मचारी या अधिकारी द्वारा रिश्वत की मांग करने पर ACB के टोल-फ्री नंबर 1064 पर संपर्क करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ACP से जुड़े लोगों की भी जांच की जाएगी।
ACB ने पहले भी की थी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई
बता दें कि ACB ने गत जुलाई में शबद पुलिस स्टेशन के निरीक्षक और एक सहायक उप-निरीक्षक को 1.20 लाख रुपये की रिश्वत लते रंगे हाथों पकड़ा था। इसमें एक लाख रुपये निरीक्षक बी शंकरैया और 20,000 रुपये ASI राजेंद्र के लिए थे। दोनों ने शिकायतकर्ता से पुलिस सुरक्षा की पेशकश करने और अदालत के आदेश का पालन करने के लिए पैसे मांगे थे। ACB ने जांच में 16.4 लाख रुपये बरामद किए थे।