जानें गलवान घाटी में क्यों है विवाद, जहां शहीद हुए कर्नल समेत तीन भारतीय जवान
क्या है खबर?
लद्दाख में भारत-चीन की सीमा के तौर पर काम करने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सोमवार रात हुई हिंसक झड़प में भारत के एक सैन्य अधिकारी समेत तीन जवान शहीद हो गए। चीन के तीन-चार जवानों के मरने की खबरें भी हैं, हालांकि अभी तक इनकी पुष्टि नहीं हुई है।
ये झड़प गलवान घाटी में हुई, जहां पिछले एक महीने से दोनों देश की सेनाएं आमने-सामने हैं। गलवान घाटी में क्या विवाद है, आइए आपको समझाते हैं।
जानकारी
विवादित अक्साई चिन क्षेत्र में स्थित है गलवान घाटी
गलवान घाटी विवादित क्षेत्र अक्साई चिन में है। यहां पर LAC अक्साई चीन को भारत से अलग करती है और यह चीन के दक्षिणी शिनजियांग और भारत के लद्दाख तक फैली है। 1962 के युद्ध में भी ये क्षेत्र जंग का प्रमुख केंद्र रहा था।
विवाद की वजह
भारत के एक सड़क निर्माण को लेकर है मुख्य विवाद
गलवान घाटी में मौजूदा विवाद का मुख्य कारण भारत के एक सड़क निर्माण को लेकर है। भारत दौलत बेग ओल्डी स्थित भारत के एक महत्वपूर्ण सैन्य हवाई अड्डे तक सड़क बना रहा है, जो LAC के आसपास अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने की उसकी रणनीति का हिस्सा है।
ये सड़क भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके जरिए LAC पर तैनात भारतीय सेना को किसी आपातकालीन स्थिति में जल्दी से मदद प्रदान की जा सकेगी।
चीन का विरोध
सड़क निर्माण को अवैध बता रहा है चीन
चीन ने भारत के इस सड़क निर्माण पर आपत्ति जताई है और इसे अवैध बताया है। दरअसल, चीन पहले से ही LAC के आसपास के इलाके में सड़कें बनाकर अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर चुका है और जब भारत यही काम कर रहा है तो वह इस पर आपत्ति जता रहा है।
चीन को डर है कि अगर भारत LAC पर अपनी सड़क व्यवस्था मजबूत करने में कामयाब रहा तो अभी तक उसे जो लाभ था, वह उसे खो देगा।
भारत का पक्ष
भारत का जबाव- अपने इलाके में कर रहे निर्माण
वहीं भारत का कहना है कि वह अपने इलाके में सड़क निर्माण कर रहा है और उसे इसका पूरा अधिकार है।
भारत का ये भी आरोप है कि उसने पिछले दिनों गालवन घाटी के किनारे चीनी सेना के कुछ टेंट देखे गए थे। इसके बाद भारत ने इलाके में अपनी सेना की उपस्थिति बढ़ा दी थी।
चीन के इस आक्रामक रुख के बावजूद भारत ने अपना सड़क निर्माण रोका नहीं है, बल्कि इसे और तेज कर दिया है।
आक्रामक रूख
चीन ने बढ़ाई सैन्य गतिविधियां, बढ़ाई सैनिकों की संख्या
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सड़क निर्माण को रोकने के लिए चीन ने विवादित इलाके में अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा दी हैं और वह काफी आगे तक बढ़ आया है। चीनी सेना के इलाके में बंकर बनाने की खबरें भी हैं।
इसके अलावा चीन ने इलाके में अपने सैनिकों की संख्या भी बढ़ा दी है और गोला-बारूद आदि चीजें भी इकट्ठा कर ली थीं।
तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत भी चल रही थीं।
अन्य मामले
मौजूदा तनाव में तीसरी बार हुई झड़प
मौजूद तनाव के दौर में ये तीसरी बार है जब भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई है। सबसे पहले 5 मई को चीनी सैनिकों ने पेंगोंग झील के पास भारतीय सैनिकों को गश्त करने से रोका था, जिसके बाद हुई झड़प में दोनों तरफ के लगभग 100 सैनिक घायल हुए।
इसके बाद 9 मई को उत्तर सिक्किम के नाकू ला सेक्टर में भी दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई, जिसमें एक दर्जन सैनिक घायल हुए।