कोरोना वायरस: सरकार क्यों कह रही अभी नहीं खत्म हुई दूसरी लहर?
भारत में आज से ठीक दो महीने पहले कोरोना वायरस से संक्रमण के सर्वाधिक 4.12 लाख नए मामले सामने आए थे। अभी देश में रोजाना 40,000 के आसपास नए मामले सामने आ रहे हैं। सक्रिय मामलों की संख्या भी 37.41 लाख के चरम से कम होकर 4.77 लाख पर आ गए हैं। हालांकि, इसके बावजूद केंद्र सरकार कह रही है कि दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। सरकार ऐसा क्यों कह रही है, आइए आपको समझाते हैं।
क्यों चिंता में है केंद्र सरकार?
देशभर में मामले कम होने के बावजूद अभी भी छह राज्य ऐसे हैं जहां बड़ी संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं। इन राज्यों में केरल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा और मणिपुर शामिल हैं। इसके अलावा जहां देशभर में दैनिक पॉजिटिविटी रेट तीन प्रतिशत से कम आ गई है, वहीं अभी भी 71 जिले ऐसे हैं जहां अभी भी पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक है। 100 जिले ऐसे हैं जहां रोजाना 100 मामले सामने आ रहे हैं।
क्या डेल्टा प्लस वेरिएंट का अधिक मामलों से कोई संबंध है?
अभी तक जिन राज्यों और जिलों में अधिक मामले सामने आ रहे हैं, उनका और डेल्टा प्लस वेरिएंट का कोई संबंध सामने नहीं आया है। 30 जून तक देश में डेल्टा प्लस के मात्र 56 मामले सामने आए हैं, हालांकि असल संख्या काफी अधिक हो सकती है क्योंकि सभी मामलों की जिनोम सीक्वेंसिंग नहीं होती है। भले ही इनकी संख्या कम हो, लेकिन चिंता की बात ये है कि 12 राज्यों में डेल्टा प्लस के मामले सामने आ चुके हैं।
सरकार क्या कर रही है?
केंद्र सरकार ने दूसरी लहर खत्म न होने की चेतावनी देकर लोगों को चेताने की कोशिश की है। इसके अलावा उसने उन छह राज्यों में डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीमें भेजी हैं जहां अधिक संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं। केंद्र ने राज्यों से ऐसे जिलों की पहचान करने को भी कहा है जहां पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक है या 60 प्रतिशत से अधिक बेड भरे हुए हैं। इनमें कंटेनमेंट के नियम लागू किए जाएंगे।
वैक्सीनेशन पर भी जोर दे रही सरकार
मामलों को नीचे लाने के लिए केंद्र सरकार वैक्सीनेशन पर भी जोर दे रही है। सरकार का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन करने का है ताकि नए वेरिएंट्स और लहरों के खतरे से निपटा जा सके। 21 जून के बाद केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन को पूरी तरह से अपने हाथों में ले लिया है और वह राज्यों को सभी वर्गों के लिए मुफ्त वैक्सीन प्रदान कर रही है। अभी देश में रोजाना 50-60 लाख खुराकें लग रही हैं।
दूसरी लहर के चरम पर क्या हुआ था?
देश में अप्रैल-मई में दूसरी लहर का चरम आया था। ये लहर इतनी भीषण थी कि इसमें गांव-गांव और घर-घर में लोग बीमार पड़ गए थे और देश का ऐसा कोई कोना नहीं था जहां लोग बीमार नहीं थे। संक्रमण की यह स्थिति थी कि अस्पतालों में बेड के साथ-साथ ऑक्सीजन की भी कमी हो गई थी और इसके कारण कई राज्यों में मरीजों को दम तोड़ना पड़ा था। अंतिम संस्कार के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ रहा था।
अभी कोरोना संक्रमण की क्या स्थिति?
देश में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 39,796 नए मामले सामने आए और 723 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,05,85,229 हो गई है। इनमें से 4,02,728 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 4,82,071 रह गई है। देश में बीते कई हफ्तों से कोरोना मामलों में गिरावट आ रही है और हालात बेहतर हो रहे हैं।