
कौन है खालिस्तानी आतंकी हरप्रीत पासिया और वह किन-किन हमलों में रहा है शामिल?
क्या है खबर?
पंजाब में 14 आतंकवादी हमलों की साजिश रचने के आरोपी खालिस्तानी आतंकवादी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया को जल्द ही अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा। केंद्रीय एजेंसियों ने 5 लाख रुपये के इनामी आतंकी के प्रत्यर्पण की लगभग सभी प्रक्रियांए पूरी कर ली है। पासिया को 18 अप्रैल को कैलिफोर्निया के सैक्रामैंटो शहर में इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इंफोर्समेंट (ICE) और संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने गिरफ्तार किया था। आइए जानते हैं आखिर वह किन-किन हमलों में शामिल रहा है।
सवाल
कौन है आतंकी हरप्रीत पासिया?
पासिया पंजाब के पासिया गांव का निवासी है। उसे लोग 'जोरा' नाम से भी जानते हैं। साल 2021 में वह यूनाइटेड किंगडम (UK) से मेक्सिकों की रास्ते अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचा था। पंजाब पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने उसे आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े कुल 17 मामलों में आरोपी बनाया है। विभिन्न एजेंसियों की जांच में सामने आया है कि पासिया की पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) सहित विभिन्न आतंकी संगठनों से भी सांठगांठ है।
सक्रियता
अर्श डल्ला की गिरफ्तारी के बाद सक्रिय हुआ था पासिया
कनाडा में मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत के बाद संगठन चला रहे अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला को 29 अक्टूबर, 2024 को गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद पासिया पंजाब में सक्रिय हो गया था। उसने अपने साथी गोपी नवांशहरिया के साथ मिलकर खालिस्तानी गतिविधियों को अंजाम देना शुरू कर दिया था। वह 2024 में पहली बार चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में हैंड ग्रेनेड हमले के बार चर्चा में आया था।
हमला
पंजाब में 14 ग्रेनेड हमलों का मास्टर माइंड है पासिया
पासिया ने ISI और खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के साथ मिलकर पंजाब में 14 ग्रेनेड हमलों को अंजाम दिया है। यही कारण है कि उसे 'ग्रेनेड गैंगस्टर' भी कहा जाता है। उस पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 5 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। वह ISI के शीर्ष अधिकारियों के साथ सीधे संपर्क में था और उसे बब्बर खालसा और हरविंदर सिंह रिंदा के नेटवर्क सहित अन्य खालिस्तानी आतंकी संगठनों का समर्थन था।
नंबर
विशेष नंबरों का इस्तेमाल कर रहा था पासिया
पासिया कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ट्रैकिंग से बचने के लिए अलग-अलग देश कोड वाले अनट्रेसेबल बर्नर फोन नंबरों का इस्तेमाल करता है। पासिया के UK में रहने वाले आपराधिक साथी हैं, जहां उसने 2020-21 में कुछ महीने बिताए थे। उसके बाद वह अमेरिका चला गया। UK में इसके कुछ सहयोगियों ने इसे बर्नर फोन नंबर मुहैया कराए थे। पुलिस डोजियर में पासिया से जुड़े 3 UK फोन नंबर, एक अमेरिकी फोन नंबर और एक भारतीय नंबर का जिक्र है।
हमले
इन हमलों में शामिल रहा है पासिया
पासिया ने 10 दिसंबर, 2024 को चंडीगढ़ में एक NRI के बंगले पर ग्रेनेड हमला किया था। 24 नवंबर, 2024 को अजनाला पुलिस थाने के बाहर ग्रेनेड फेंका था। 27 नवंबर को गुरबख्श नगर स्थित पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंका था। 2 दिसंबर को SBS नगर के काठगढ़ पुलिस थाने पर ग्रेनेड हमला किया। 4 दिसंबर को मजीठा पुलिस थाने पर ग्रेनेड हमला किया। 13 दिसंबर को बाटला के अलीवाल और 17 दिसंबर को इस्लामाबाद थाने पर ग्रेनेड हमला किया।
अन्य
इन हमलों में भी शामिल रहा है पासिया
पासिया 6 जनवरी, 2025 को अमृतसर के जैंतीपुर गांव में शराब व्यापारी अमनदीप जैंतीपुरिया के घर ग्रेनेड हमला, 19 जनवरी को गुमटाला पुलिस चौकी के पास पूर्व पुलिस अधीक्षक जसकीरत सिंह की गाड़ी पर ग्रेनेड हमला, 3 फरवरी को फलेहगढ़ चूड़िया में पुलिस चौकी पर ग्रेनेट हमला, 14 फरवरी को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक में एक पुलिसकर्मी के घर ग्रेनेड हमला करने और 15 मार्च, 2025 को अमृतसर के ठाकुदार मंदिर पर ग्रेनेड हमला करने में शामिल था।
गिरफ्तारी
कैसे हुई आतंकी पासिया की गिरफ्तारी?
इन हमलों में पासिया की भागीदारी स्पष्ट होने के बाद भारतीय अधिकारियों ने इंटरपोल के जरिए उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराया था। उसके बाद से भारतीय खुफिया एजेंसियाें की उस पर नजरें थीं। अप्रैल में उसके अमेरिका में होने की सूचना पर भारतीय अधिकारियों ने ICE और FBI को इस संबंध में जानकारी दी थी। उसके बाद ICE और FBI ने संयुक्त कार्रवाई में दबिश देते हुए पासिया को गिरफ्तार कर लिया था।