कनाडा में मंदिर पर हमला कराने वाला इंद्रजीत गोसल कौन है?
कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर पर 3 नवंबर को हुए हमले में पुलिस ने मुख्य आरोपी इंद्रजीत गोसल को गिरफ्तार किया है। गोसल कनाडा में खालिस्तान जनमत संग्रह का मुख्य आयोजक है और इस मामले में गिरफ्तार होने वाला चौथा आरोपी है। हालांकि, गिरफ्तारी के कुछ समय बाद ही 35 वर्षीय गोसल को पुलिस ने कुछ शर्तों के साथ रिहा भी कर दिया है। आइए जानते हैं गोसल कौन है।
कौन हैं गोसल?
जून, 2023 में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद गोसल को खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) का समन्वयक बनाया गया है। उसे SFJ के गुरपतवंत सिंह पन्नू का लेफ्टिनेंट माना जाता है, जिसे भारत ने आतंकवादी घोषित किया हुआ है। भारत ने SFJ पर भी प्रतिबंध लगा रखा है। कनाडा से संचालित खालिस्तान समर्थक आंदोलन और SFJ की गतिविधियों के पीछे गोसल को मास्टरमाइंड माना जाता है।
खालिस्तान के समर्थन में गोसल ने कही थी ये बात
हाल ही में एक स्पष्ट साक्षात्कार में गोसल ने खालिस्तान के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता का संकेत देते हुए कहा था, "मुझे पता है कि मैंने जो रास्ता चुना है, वो जोखिमों से भरा है। मैं जानता हूं कि मैंने किसे चुना है और मौत मुझे डराती नहीं है। अगर पंजाब में सिखों के लिए एक स्वतंत्र मातृभूमि की स्थापना की बात हो तो मुझे मरने से डर नहीं लगता।"
गोसल की भूमिका पर SFJ ने क्या कहा?
SFJ ने दावा किया कि गोसल को ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर के खिलाफ खालिस्तान समर्थक विरोध प्रदर्शन के दौरान निशाना बनाया गया था। SFJ ने कहा कि गोसल को निशाना बनाने का असली कारण ये था कि वो अन्य लोगों के साथ मंदिर विरोधी प्रदर्शन में हिस्सा ले रहा था, जिसमें दूतावास के अधिकारी की मौजूदगी का विरोध किया जा रहा था। बता दें कि मंदिर में भारतीय वाणिज्य दूतावास का शिविर लगा हुआ था।
क्या है मंदिर पर हमले की घटना?
ओंटारियो राज्य के ब्रैम्पटन शहर में 3 नवंबर को खालिस्तानी समर्थकों ने हिंदू सभा मंदिर में आए श्रद्धालुओं को निशाना बनाया था। घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आए थे, जिसमें खालिस्तानी झंडे लिए लोग दूसरे लोगों को पीटते और दौड़ाते नजर आ रहे थे। पुलिस ने दूतावास के अधिकारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। इस घटना की भारत ने कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों को सजा देने की मांग की थी।