पंजाब पुलिस ने लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकियों को किया गिरफ्तार, IED समेत विस्फोटक सामग्री बरामद
क्या है खबर?
आतंकवादी विरोधी ऑपरेशन में पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। आज पुलिस ने अमृतसर से लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं।
गिरफ्तार किए गए आतंकियों के पास इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) समेत कई दूसरी विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने कहा कि स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC)ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है।
सामग्री
आतंकियों से विस्फोटक सामग्री बरामद
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर DGP गौरव यादव ने लिखा, 'SSOC अमृतसर ने एक बड़ी सफलता दर्ज करते हुए एक केंद्रीय एजेंसी के साथ संयुक्त अभियान चलाकर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर 2 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं।'
आतंकियों के पास से 2 IED, 2 हथगोले, एक पिस्तौल, 2 मैगजीन, 24 कारतूस, एक टाइमर स्विच, 8 डेटोनेटर और 4 बैटरियां बरामद की गई हैं।
साजिश
त्योहारों पर पंजाब को दहलाने की थी साजिश
DGP के मुताबिक, इस आतंकी मॉड्यूल को लश्कर-ए-तैयबा का सक्रिय सदस्य फिरदौस अहमद भट संभालता है। उसकी शह पर ही पंजाब को त्योहारों में दहलाने की प्लानिंग की गई थी। पंजाब में आने वाले दिनों में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की योजना बनाई जा रही थी।
DGP ने दोनों आतंकियों की गिरफ्तारी को 'पंजाब में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे आतंकी मॉड्यूल के लिए एक बड़ा झटका' बताया।
गिरफ्तार
15 महीनों में 197 आतंकवादी-कट्टरपंथी गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने बीते 15 महीनों में 197 आंतकवादियों और कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान 32 राइफल, 222 रिवॉल्वर और पिस्तौल, 9 टिफिन इम्प्रोवाइज्ड विस्फोटक उपकरण बरामद किए गए हैं।
पुलिस ने कुल 32 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ पुलिस ने किया है।
DGP गौरव ने कहा कि त्योहारों के चलते पुलिस की ओर से अतिरिक्त सुरक्षा बरती जा रही है और पुलिस को अंतर-राज्यीय नाके लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
बांग्लादेश
शुक्रवार को 11 बांग्लादेशी नागरिकों को किया गया गिरफ्तार
शुक्रवार को सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने अटारी बार्डर से 11 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। ये सभी लोग दीवार फांदकर अवैध तरीके से पाकिस्तान जाने की कोशिश कर रहे थे।
इन 11 लोगों में से 2 महिलाएं और 5 नाबालिग हैं। ये लोग अटारी सीमा पर होने वाली रिट्रीट समारोह को देखने पहुंचे थे और कार्गो में घूम रहे थे। तभी BSF की नजर इन पर पड़ी और सभी को हिरासत में लिया गया।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
लश्कर-ए-तैयबा की शुरुआत अफगानिस्तान के कुन्नार प्रांत में 1987 में हुई थी। इसे हाफिज सईद, अब्दुल्ला आजम और जफर इकबाल समेत कई लोगों ने शुरू किया था।
अल कायदा के आतंकी ओसामा बिन लादेन की ओर से भी इसे फंडिंग मिलती थी। भारत में हुई कई आतंकी हमलों में इस संगठन का नाम आया है।
भारत, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समेत कई देशों ने इसे आतंकी संगठन घोषित कर रखा है।