कनाडा में पकड़ा गया आतंकी अर्श डाला कौन है और वह भारत में क्यों वांटेड है?
कनाडा और भारत के बीच हरदीप निज्जर हत्याकांड और खालिस्तान को लेकर चल रहे विवाद के बीच कनाडा पुलिस ने खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डाला को हिरासत में लिया है। निज्जर का सहयोगी माने जाने वाले डाला को पुलिस ने गोलीबारी की घटना सिलसिले में हिरासत में लिया है। यह भारत के लिए बड़ी खबर है। ऐसे में आइए जानते हैं कि अर्श डाला कौन है और वह भारत में किन मामलों में वांटेड है।
कनाडा पुलिस ने डाला को क्यों हिरासत में लिया?
रिपोर्ट के मुताबिक, 29 अक्टूबर को 2 लोग गुएल्फ के अस्पताल में लाए गए थे, जिनमें से एक को मामूली घाव था, जबकि दूसरे को कोई चोट नहीं थी। पुलिस ने बाद में इसे गैंगवार की घटना मानते हुए 5 नवंबर को दोनों को हिरासत में लिया था। हालांकि, हैल्टन क्षेत्रीय पुलिस सेवा (HRPS) ने आरोपियों की पहचान उजागर नहीं की थी, लेकिन भारतीय खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने दावा किया है कि उनमें से एक अर्श डाला था।
कौन है अर्श डाला?
डाला का जन्म पंजाब स्थित लुधियाना में हुआ था। वह वर्तमान में अपनी पत्नी और बेटी के साथ ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में रहता है। 28 वर्षीय डाला गैंगस्टर और खालिस्तानी आतंकी है, जिस पर प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) से जुड़े होने का आरोप है। डाला के खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर से भी संबंध थे और वह निज्जर की ओर से आतंकी मॉड्यूल चलाता था। निज्जर की जून 2023 में कनाडा में ही हत्या कर दी गई थी।
डाला भारत में किन अपराधों में है वांटेड
डाला का नाम सबसे पहले साल 2020 में कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने को लेकर सामने आया था। वह पंजाब में कई हत्याओं के लिए वांटेड है। उस पर जबरन वसूली, आतंकवाद के वित्तपोषण, आतंकी मॉड्यूल को बढ़ाने, लक्षित हत्याओं और ड्रग्स के साथ हथियारों की सीमा पार तस्करी करने जैसे कई गंभीर आरोप हैं। उसके कुख्यात कनाडाई गैंगस्टर गोल्डी बराड और आतंकवादी समूह इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन से संबंध बताए जाते हैं।
भारत सरकार ने डाला को कब घोषित किया आतंकी?
भारत के गृह मंत्रालय के अनुसार, डाला राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा दर्ज और जांच किए गए विभिन्न मामलों में आरोपी है। केंद्र का मानना है कि डाला आतंकवाद में शामिल है। ऐसे में उसे साल 2023 में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 35 के तहत आतंकवादी घोषित किया गया है। दिल्ली पुलिस के अनुसार, डाला के पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) से भी संबंध हैं।
भारत में इन अपराधों की जिम्मेदारी ले चुका है डाला
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, डाला ने पिछले साल पंजाब के मोगा में कांग्रेस नेता बलजिंदर सिंह बल्ली की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। उसने और निज्जर ने 3 सदस्यीय KTF मॉड्यूल बनाया था, जो मोगा में एक स्टोर के मालिक तेजिंदर सिंह उर्फ पिंका की हत्या के पीछे था। उसने 2021 में जालंधर में हिंदू अध्यक्ष की हत्या की योजना बनाई थी और नवंबर 2020 में डेरा सच्चा सौदा के एक अनुयायी सुखप्रीत सिंह की हत्या में शामिल था।
क्या डाला को भारत प्रत्यर्पित करना है आसान?
भले ही डाला के हिरासत में लिए जाने की खबर आ गई है, लेकिन इसकी जानकारी नहीं है कि वह अभी भी जेल में है या नहीं। भारत और कनाडा के बीच चल रहे गतिरोध के कारण भारतीय अधिकारी कोई भी जानकारी जुटाने में असमर्थ हैं। दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के कारण डाला को भारत प्रत्यर्पित कराना भी असंभव ही नजर आ रहा है। बड़ी बात यह है कि पुलिस ने अभी उसकी गिरफ्तारी नहीं दिखाई है।
क्या डाला अभी भी पंजाब में दे रहा आपराधिक गतिविधियों को अंजाम?
डाला भले अभी कनाडा में है, लेकिन उसके सहयोगी पंजाब में सक्रिय हैं। रविवार को पंजाब पुलिस ने मोहाली के खरड़ से अर्श डाला गिरोह के दो शूटरों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान बरनाला के भदौड़ निवासी अनमोलप्रीत सिंह उर्फ विशाल और खरड़ के निज्जर रोड निवासी नवजोत सिंह उर्फ नीतू के रूप में हुई है। पंजाब पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने बताया कि दोनों आरोपी पिछले महीने एक सिख कार्यकर्ता की हत्या में शामिल थे।