कौन होगा दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम का अगला टेस्ट कप्तान?
फाफ डू प्लेसी के टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ देने के बाद से दक्षिण अफ्रीका लंबे समय से टेस्ट टीम कप्तान की खोज में है। कोरोना के कारण उनका शेड्यूल काफी प्रभावित हुआ है और ऐसा लग रहा है कि इस साल के अंत या फिर 2021 की शुरुआत तक वे टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल सकेंगे। इसी बीच एक नजर डालते हैं उन पांच खिलाड़ियों पर जो कप्तानी हासिल करने की लिस्ट में शामिल हैं।
अंडर-19 विश्वकप जिताकर कुशलता साबित कर चुके हैं ऐइडन मार्करम
ऐइडन मार्करम ने 2014 में अंडर-19 टीम को अपनी कप्तानी में पहली बार विश्वकप खिताब जिताया था, तभी से उन्हें लीडरशिप के रोल से जोड़ा जाने लगा। 25 साल के मार्करम के पास अभी समय है और केवल 20 टेस्ट और तीन साल के इंटरनेशनल करियर के हिसाब से उनके पास ज़्यादा अनुभव नहीं है। लेकिन 2003 में दक्षिण अफ्रीका ने इसी तरह एक युवा को कप्तान बनाया था और ग्रीम स्मिथ ने टेस्ट टीम को नंबर वन पहुंचाया था।
बवूमा को मिल रहा है असिस्टेंट कोच का समर्थन
2019-20 सीजन में काफी चर्चित रहने वाले टेंबा बवूमा को असिस्टेंट कोच एनोह न्क्वे मजबूत लीडर मानते हैं। लायंस को लगातार दो बार फर्स्ट-क्लास टाइटल जिताकर उन्होंने कप्तानी की अपनी क्षमता दिखाई है। हालांकि, 40 टेस्ट के बाद बवूमा केवल एक शतक ही लगा सके हैं और उनका औसत 30 से भी कम का है। भले ही वह लगातार चर्चा का केंद्र बने रहते हैं, लेकिन ऐसे प्रदर्शन पर उन्हें कप्तान बनाने से विवाद हो सकता है।
डू प्लेसी के बाद टीम का सबसे ज़्यादा अनुभवी खिलाड़ी
यदि डू प्लेसी टी-20 विश्वकप तक टीम की कप्तानी करते रहते तो स्वाभाविक रूप से डीन एल्गर उनकी जगह ले लेते क्योंकि वह टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी होते। बल्लेबाजी में निरंतरता के साथ रन बनाने वाले एल्गर अपने प्रदर्शन के साथ टीम को प्रेरित कर सकते हैं और उन्होंने बीच-बीच में टीम की कप्तानी की भी है। पहली बार नेशनल टीम की कप्तानी करने के बाद उन्होंने इसे काफी कठिन काम बताया था।
भविष्य के लिए हैं काफी उम्मीदें
इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक रासी वान डर डुसेन का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। उन्होंने हर मुश्किल परिस्थिति का सामना डटकर किया है और उन्हें काफी सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। भले ही उनकी काफी बड़ाई की जाती है, लेकिन उन्होंने केवल चार ही टेस्ट खेले हैं और यह उन्हें कमजोर बनाती है। अभी उन्हें खुद को लंबे वक्त का खिलाड़ी साबित करने के लिए थोड़े समय की जरूरत है।
खुद ही अपना नाम आगे कर चुके हैं महाराज
बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज ने पिछले महीने ही कहा था कि वह केवल टेस्ट ही नहीं बल्कि तीनों फॉर्मेट में नेशनल टीम के कप्तान बनना चाहते हैं। महाराज के नाम पर शायद ही किसी ने विचार किया होगा, लेकिन उन्होंने खुद ही अपने आप को आगे कर दिया है। उनके पास कप्तानी का अच्छा अनुभव है, लेकिन स्पिनर्स के साथ दक्षिण अफ्रीका की समस्या उनके कप्तान बनने की राह में रोड़ा डाल सकती है।