पश्चिम बंगाल: कोरोना वायरस का उपचार बताकर 500 रुपये लीटर गोमूत्र और गोबर बेचने वाला गिरफ्तार
कोरोना वायरस के कारण प्रतिदिन मृतकों और संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। अभी तक इसका आधिकारिक इलाज नहीं मिलने के कारण लोगों में दहशत फैली हुई है, वहीं भारत में कुछ लोग गोमूत्र और गोबर से इसका इलाज होने का दावा कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल के हुगली में इसी तरह का भ्रम फैलाकर लोगों को गोमूत्र और गोबर बेच रहे एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
इलाज के नाम पर 500 रुपये प्रति लीटर गोमूत्र बेच रहा था आरोपी
हुगली जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी शेख मबूद अली है। वह मंगलवार को डानकूनी गांव में कोरोना वायरस के उपचार के नाम पर लोगों को 500 रुपय प्रति लीटर के हिसाब से गोमूत्र बेच रहा था। इतना ही नहीं, उसने जर्सी गाय के गोमूत्र की कीमत 400 रुपये प्रति लीटर निर्धारित कर रखी थी। उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे चार दिन के लिए जेल भेज दिया गया।
आरोपी के खिलाफ इन धाराओं में दर्ज किया मामला
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295A (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्यों, धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़) और 120B (आपराधिक साजिश रचना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भाजपा नेता की गोमूत्र पार्टी से मिला था आइडिया
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में बताया कि गत 14 मार्च को जोरासांको में भाजपा नेता ने एक गोमूत्र पार्टी आयोजित की थी। उसमें कहा गया था कि गोमूत्र व गोबर के नियमित सेवन से कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी को दूर किया जा सकता है। उस दौरान लोगों को गोमूत्र भी पिलाया गया था। इसके बाद उसके दिमाग में गोमूत्र और गोबर बेचने का आइडिया आया था और अगले दिन से उसने इसे शुरू कर दिया।
पुलिस दर्ज किया पार्टी में गोमूत्र पिलाने का मामला
गोमूत्र पार्टी में लोगों को धोखे से गोमूत्र पिलाने के मामले में कोलकाता पुलिस में कार्यरत एक होमगार्ड जवान की शिकायत पर जोराबागन थाने में भी अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। होमगार्ड जवान ने बताया कि स्थानीय भाजपा नेता की गोमूत्र पार्टी में उन्हें चरणामृत के नाम पर धोखे से गोमूत्र पिलाया गया था। पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड सहिंता की धारा 269, 278 और 114 के तहत मामला दर्ज किया है।
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने किया गोमूत्र बेचे जाने का बचाव
मामले में पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि गोमूत्र बेचना कोई अपराध नहीं है। गोमूत्र का विरोध करने वाले कुछ लोगों ने भी गुप्त रूप से इसका सेवन किया है। उन्होंने खुद भी कई बार इसका सेवन किया है और स्वास्थ्य लाभ के लिए आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई गोमूत्र की बिक्री को रोकने के लिए की गई है, लेकिन लोग इसका सेवन करते रहेंगे।
गोमूत्र पार्टी में नेताओं ने गोशाला में जाकर पीया था गोमूत्र
आपको बता दें कि गत 14 मार्च को भाजपा नेता की ओर से आयोजित गोमूत्र पार्टी में लोगों को गोमूत्र सेवन से कोरोना का उपचार होने की बात कही थी। नेताओं ने भरोसा दिलाने के लिए गोशाला में जाकर सार्वजनिक रूप से गोमूत्र पीया था।
भाजपा विधायक ने भी किया था गोमूत्र और गोबर से कोरोना के इलाज का दावा
गत 2 मार्च को असम की भाजपा विधायक सुमन हरिप्रिया ने भी विधानसभा में चर्चा के दौरान गोमूत्र और गोबर के सेवन से कोरोना का इलाज करने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि गोमूत्र और गोबर के सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज किया जा सकता है तो कोरोना का इलाज भी इससे संभव है। आपको बता दें कि भाजपा नेताओं द्वारा पहले भी कई बार गाय की महिमा का गुणगान किया जा चुका हैं।
कोरोना के इलाज का दावा करने को लेकर उत्तर प्रदेश में भी हो चुकी है गिरफ्तारी
कोरोना वायरस का आधिकारिक इलाज नहीं होने के लेकर कई लोगों ने इसके इलाज का दावा कर कमाई करना शुरू कर दिया है। गत दिनों उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी एक कथित बाबा ने ताबीज के जरिए कोरोना का इलाज करने का दावा किया था। वह लोगों को महज 11 रुपये में ताबीज बेच रहा था। मामले की जानकारी लगने पर पुलिस ने सोमवार शाम को डालीगंज हाथी पार्क के सामने से उसे गिरफ्तार कर लिया था।