
#NewsBytesExplainer: श्रीलंका में भी चलेगा UPI, जानें UPI की शुरुआत से वैश्विक सफलता तक की कहानी
क्या है खबर?
भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) का जलवा पूरी दुनिया में बढ़ता जा रहा है। अब श्रीलंका में भी UPI के जरिए लेन-देन किया जा सकेगा।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की उपस्थिति में दोनों देशों के बीच इस संबंध में समझौता हुआ है। इसके साथ ही बेहद कम समय में UPI कई देशों में इस्तेमाल किया जाने लगा है।
आइए समझते हैं कि UPI ने ये सफर कैसे तय किया।
समझौता
भारत-श्रीलंका के बीच UPI को लेकर क्या समझौता हुआ?
बता दें कि विक्रमसिंघे गुरुवार से 2 दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। इस दौरान आज दोनों देशों ने श्रीलंका में UPI की स्वीकृति से जुड़े एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति के साथ संयुक्त संबोधन में कहा कि श्रीलंका में UPI लॉन्च करने के समझौते से दोनों देशों के बीच फिनटेक कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
इस दौरान भारत-श्रीलंका के बीच कई और समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए।
UPI
क्या है UPI?
UPI ऑनलाइन लेन-देन का एक तरीका है, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) एवं भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने 2016 में शुरू किया था।
आसान शब्दों में कहें तो UPI एक ऐसा ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम है, जिसके माध्यम से 2 बैंक अकाउंट के बीच मोबाइल नंबर के जरिए तुरंत पैसों का लेन-देन किया जा सकता है।
इसकी खास बात ये है कि लेन-देन के लिए आपको खाता नंबर या बैंक के IFSC नंबर की जरूरत नहीं होती।
शुरुआत
कब शुरू किया गया था UPI?
UPI को 2016 में पहली बार एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था। तब इसे 21 सदस्य बैंकों के सहयोग से लॉन्च किया गया था। वर्तमान में 140 से भी ज्यादा बैंक इस प्रणाली से जुड़े हुए हैं।
UPI की सफलता के बाद साल 2018 में इसका नया वर्जन UPI 2.0 लाया गया, जिसे मुंबई में RBI के तत्कालीन गवर्नर उर्जित पटेल ने लॉन्च किया था।
खासियत
क्या है UPI की खासियत?
UPI के जरिए केवल एक मोबाइल एप्लिकेशन से अलग-अलग बैंक खातों के लेन-देन किए जा सकते हैं। ये सुविधा पूरे साल और 24 घंटे चालू रहती है।
इसके इस्तेमाल पर किसी तरह का अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है। UPI के जरिए किए गए लेन-देन तुरंत हो जाते हैं।
इसकी एक और बड़ी खासियत सुरक्षा है। बैंक खाते या ATM कार्ड से जुड़े कोई भी जानकारी आपको साझा नहीं करनी होती, इस लिहाज से UPI सुरक्षित होता है।
देश
किन देशों में इस्तेमाल होता है UPI?
UPI की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि दुनिया के कई देश इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच UPI को लेकर समझौता हुआ था। इसके बाद फ्रांस UPI इस्तेमाल करने वाला पहला यूरोपीय देश बन गया है।
इसके अलावा सिंगापुर, संयक्त अरब अमीरात (UAE), नेपाल, ओमान, भूटान जैसे कई देशों में UPI इस्तेमाल हो रहा है।
आंकड़े
UPI से कितना लेन-देन हो रहा है?
RBI और NPCI द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, मई 2023 में UPI के जरिए कुल 941 करोड़ लेन-देन किए गए, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इस दौरान कुल 14,300 अरब रुपये की राशि का लेन-देन किया गया। साल दर साल के हिसाब ये आंकड़ा 58 प्रतिशत ज्यादा है।
वित्त वर्ष 2021-22 में UPI के जरिए 4,500 करोड़ लेन-देन किए गए थे। तब सरकार ने कहा था कि बीते 4 सालों में UPI लेन-देन 50 गुना बढ़ गए हैं।