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ऋषभ पंत की चोट के बाद BCCI ने लिया बड़ा फैसला, प्रतिस्थापन पर बनाया नया नियम
ऋषभ पंत चोटिल होने के कारण टीम से बाहर हैं (तस्वीर: एक्स/@ICC)

ऋषभ पंत की चोट के बाद BCCI ने लिया बड़ा फैसला, प्रतिस्थापन पर बनाया नया नियम

Aug 16, 2025
05:13 pm

क्या है खबर?

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आगामी घरेलू सत्र से बहु-दिवसीय क्रिकेट मैचों में चोटिल खिलाड़ियों के लिए प्रतिस्थापन की नई व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है। यह कदम हाल ही में इंग्लैंड में हुई एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज के चौथे और पांचवें टेस्ट में ऋषभ पंत और क्रिस वोक्स जैसे खिलाड़ियों की चोटों के बाद उठाया गया है। नया नियम उसी तरह होगा जैसा पहले से लागू 'कनकशन रिप्लेसमेंट' नियम है, जिससे टीमों को बड़ी राहत मिलेगी।

नियम

क्या है सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट नियम?

BCCI के नए नियम 'सीरियस इंजरी रिप्लेसमेंट' के तहत अब अगर किसी खिलाड़ी को मैदान पर खेलते समय गंभीर चोट लगती है तो उसकी जगह टीम को समान भूमिका निभाने वाला खिलाड़ी शामिल करने की अनुमति होगी। यह चोट बाहरी झटके से होनी चाहिए, जैसे-फ्रैक्चर, गहरा कट या हड्डी का खिसकना, जिसके चलते खिलाड़ी पूरे मैच से बाहर हो जाए। इस नियम से टीमों को बड़ी राहत मिलेगी और अचानक लगी चोट से संतुलन बिगड़ने की समस्या कम होगी।

बदलाव

डॉक्टर की भी सलाह ली जाएगी 

नियम प्रक्रिया के तहत मैदान पर मौजूद अंपायर चोट की गंभीरता का आकलन करेंगे और BCCI मैच रेफरी के साथ मिलकर फैसला लेंगे कि रिप्लेसमेंट की अनुमति दी जाए या नहीं। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह ली जा सकती है। इसके बाद टीम मैनेजर को BCCI मैच रेफरी के पास एक औपचारिक अनुरोध जमा करना होगा, जिसमें खिलाड़ी की चोट, समय और कारण का उल्लेख होगा, ताकि यह साबित हो सके कि वह आगे खेलने में सक्षम नहीं है।

खिलाड़ी

कौन-सा खिलाड़ी किसे बदल सकता है? 

नए नियम के अनुसार बदला हुआ खिलाड़ी केवल उन्हीं नामित विकल्पों में से हो सकता है जिन्हें टॉस के समय घोषित किया गया था। हालांकि, यदि विकेटकीपर को गंभीर चोट लगती है और कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है तो मैच रेफरी बाहर से विकेटकीपर बुलाने की अनुमति दे सकते हैं। BCCI मैच रेफरी आमतौर पर ऐसे अनुरोध तभी मंजूर करेंगे जब यह किसी टीम को अनुचित लाभ न पहुंचाए और खेल का संतुलन पूरी तरह बरकरार रहे।

सफेद गेंद

क्या सफेद गेंदों की क्रिकेट में भी लागू होंगे ये नियम? 

BCCI ने साफ कर दिया है कि सफेद गेंद के क्रिकेट टूर्नामेंटों जैसे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में चोटिल खिलाड़ियों का रिप्लेसमेंट मान्य नहीं होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले संस्करण इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में इस नियम को लागू किया जाता है या नहीं। हालांकि, यह प्रावधान बहु-दिवसीय अंडर-19 टूर्नामेंटों जैसे कि सीके नायडू ट्रॉफी में लागू रहेगा ताकि खिलाड़ियों की सुरक्षा और खेल की निरंतरता सुनिश्चित की जा सके।