नौसेना प्रमुख का खुलासा- पानी के रास्ते भारत में हमला करने की फिराक में जैश-ए-मोहम्मद
क्या है खबर?
फरवरी में CRPF काफिले पर हमला करने वाला आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद अब भारत पर अंडरवाटर हमला करने की तैयारी कर रहा है।
नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह ने कहा कि खुफिया जानकारी है कि जैश-ए-मोहम्मद अपनी अंडरवाटर विंग को समुद्र के रास्ते भारत पर हमला करने की ट्रेनिंग दे रहा है।
उन्होंने कहा कि नौसेना पूरी तरह सतर्क है और किसी भी प्रयास को कामयाब नहीं होने दिए जाएगा। उन्होंने कहा कि आतंकी अब नए रास्ते ढूंढ रहे हैं।
बयान
पूरी तरह मुस्तैद है नौसेना- एडमिरल लांबा
नौसेना प्रमुख ने कहा कि मुंबई मे हुए हमले के बाद तटीय सुरक्षा को मजबूत किया गया है। नौसेना समुद्री सुरक्षा के साथ-साथ तटीय सुरक्षा के लिए भी जिम्मेदार हैं।
पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि तटीय सुरक्षा में लगी सभी एजेंसियां पूरी तरह मुस्तैद हैं और समुद्र के रास्ते किसी भी तरह की घुसपैठ नहीं होने दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि नौसेना चीन की गतिविधियों पर भी नजर रखे हुए हैं।
ट्विटर पोस्ट
यहां सुनिये एडमिरल सिंह का बयान
#WATCH: Navy Chief Admiral Karambir Singh, says,"we have received intelligence that the underwater wing of Jaish-e-Mohammed is being trained. We are keeping a track of it and we assure you that we are fully alert." pic.twitter.com/IYYCrn6qcE
— ANI (@ANI) August 26, 2019
जानकारी
जैश-ए-मोहम्मद ने किया था पुलवामा हमला
इस साल फरवरी में जैश-ए-मोहम्मद ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले को निशाना बनाया था। इस हमले में 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे। हमले के बाद भारत-पाकिस्तान रिश्तों में तनाव चरम सीमा पर पहुंच गया था।
अलर्ट
अलर्ट पर है नौसेना
हाल ही में तमिलनाडु में लश्कर-ए-तैयबा के छह आतंकियों के घुसने की खुफिया जानकारी मिली थी।
इसे देखते हुए नौसेना ने समुद्री क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया था। साथ ही पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है।
शनिवार को इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया। बताया जा रहा है कि ये लोग घुसपैठ की कोशिश कर रहे लोगों के संपर्क में थे।
फिलहाल इनसे पूछताछ की जा रही है।
बजट
नौसेना के लिए कम बजट पर जाहिर की चिंता
एडमिरल करमबीर सिंह ने सरकार द्वारा नौसेना का बजट कम करने पर चिंता जताई है।
उन्होंने कहा कि नौसेना को अपनी क्षमता निर्माण के लिए एक सुनिश्चित बजटीय समर्थन की आवश्यकता है।
लांबा ने कहा कि 2012-13 में रक्षा बजट में नौसेना का आवंटन 18 प्रतिशत था, जो अब 13 प्रतिशत हो गया है। इससे भविष्य की योजना और क्षमता विकास प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि इससे नौसेना को खरीद योजना को सीमित करना पड़ा है।