कोरोना वायरस: केंद्र सरकार ने देश के सभी छह महानगरों को रेड जोन में किया शामिल
देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से बुधवार को जिन 170 हॉटस्पॉट की पहचान की गई थी, उनमें देश के सभी छह महानगर और बड़े शहर शामिल हैं। सरकार द्वारा लॉकडाउन के तहत छूट देने के लिए पूरे देश को रेड जोन, ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन में बांटा जाएगा। हॉटस्पॉट में से 123 जिलों को बड़े संक्रमण केंद्र के रूप में चिहि्नत किया गया है।
क्या है भारत में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति?
गत वर्ष चीन से निकले खतरनाक कोरोना वायरस ने भारत में अब तक 12,400 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। इसमें से 422 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इसके प्रसार को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की थी। हालांकि, गत मंगलवार को यानी लॉकडाउन का पहला चरण खत्म होने वाले दिन प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए आगे बढ़ा दिया है।
देश को तीन जोन में विभाजित किया गया
कोरोना के प्रसार की बेहतर तरीके से समझने के लिए सरकार ने पूरे देश को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में विभाजित करने का निर्णय किया है। इसमें उन क्षेत्रों को ग्रीन जोन में रखा गया है जहां अभी तक संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया। इन क्षेत्रों में दूसरे लॉकडाउन में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के सशर्त संचालन की अनुमति दी गई है। इसी तरह कम संक्रमण वाले क्षेत्रों को ऑरेंज जोन में रखा गया है।
दिल्ली के सभी नौ जिलों को रेड जोन में किया शामिल
सरकार ने सबसे अधिक संक्रमित और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता वाले जिलों को रेड जोन में शामिल किया है। इन क्षेत्रों में लगातार बढ़ते मामलों के कारण सरकार ने आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रकार की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा रखा है। नई सूची में दिल्ली के सभी नौ जिले दक्षिणी दिल्ली, शाहदरा, दक्षिण पूर्व, पश्चिम दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, मध्य दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, नई दिल्ली और दक्षिण पश्चिम दिल्ली को रेड जोन में रखा गया है।
महाराष्ट्र में कुल संक्रमण के मामलों में से आधे मुंबई में
दिल्ली के अलावा मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद को भी रेड जोन में शामिल किया गया है। इन सभी महानगरों में से मुंबई इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। मुंबई में बुधवार तक संक्रमितों की संख्या 1,896 हो गई। दिल्ली में 1,561 मामले सामने आ चुके हैं और अब तक 30 की मौत हो गई। सरकार ने दिल्ली में 56 प्रतिबंधित क्षेत्रों की भी पहचान की है, जहां आवश्यक सेवाओं के अलावा अन्य गतिविधि पर प्रतिबंध है।
देश के इन जिलों को भी किया रेड जोन में शामिल
सरकार ने महानगरों के अलावा चंडीगढ़, विशाखापट्टनम, कुरनूल, नेल्लोर, सीवान, अहमदाबाद, सूरत, फरीदाबाद, श्रीनगर, गुड़गांव, जम्मू, मैसूर, इंदौर, पुणे, जालंधर, कोयम्बटूर, गौतम बौद्ध नगर, मेरठ, देहरादून और हावड़ा जैसे बड़े शहरों को भी रेड जोन में शामिल किया है।
सरकार ने की रेड जोन में अधिक से अधिक जांच करने की तैयारी
देश में बनाए गए 170 हॉटस्पॉट्स में से 47 को अत्यधिक प्रकोप वाले क्षेत्र के रूप में चिहि्नत किया हैं। इसका मतलब है कि इन क्षेत्रों में संक्रमण के 15 से अधिक मामले सामने आए हैं। सरकार ने रेड जोन में अधिक से अधिक लोगों की जांच करने के आदेश दिए हैं। डोर-टू-डोर परीक्षण के लिए विशेष टीमों को तैनात किया जाएगा। इन क्षेत्रों में इन्फ्लूएंजा और सांस की बीमारी वाले मरीजों की जांच की जाएगी।
रेड जोन को ग्रीन जोन में भी बदला जा सकता है
सरकार ने सभी रेड जोन को ग्रीन जोन में बदलने की तैयारी पर जोर दिया है। इसके अलावा सरकार का विशेष ध्यान रेड जोन पर होगा। इन जोन में यदि 28 दिनों तक कोई भी नया मामला सामने नहीं आता है तो उसे ग्रीन जोन घोषित कर दिया जाएगा। इसी तरह यदि रेड जोन वाले क्षेत्रों में 14 दिनों में कोई नया मामला सामने नहीं आता है तो उसे ऑरेंज जोन में बदल दिया जाएगा। इससे लोगों को राहत मिलेगी।