लॉकडाउन: संक्रमण के आधार पर देश में बनाए जाएंगे तीन जोन, कुछ पाबंदियां रहेंगी जारी
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने के लिए देश में जारी 21 दिनों के लॉकडाउन को बढ़ाने पर केंद्र और राज्यों के बीच लगभग सहमति बन गई है।
केंद्र सरकार संक्रमण को देखते हुए देश को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में विभाजित करने पर विचार कर रही है। हर जोन में अलग तरह के प्रतिबंध होंगे।
शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई बैठक के बाद कई मुख्यमंत्रियों ने संकेत दिए थे कि लॉकडाउन को दो सप्ताह बढ़ाया जाएगा।
जानकारी
14 अप्रैल तक है मौजूदा लॉकडाउन की अवधि
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले महीने की 24 तारीख को 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया था। इसकी अवधि 14 अप्रैल तक है, जिसे अब आगे बढ़ाया जा सकता है।
लॉकडाउन
रेड जोन में हर गतिविधि पर रहेगी पाबंदी
समाचार एजेंसी PTI ने सरकारी अधिकारियों के हवाले से खबर दी है कि रेड जोन मेें किसी प्रकार की गतिविधि की इजाजत नहीं होगी। इस जोन में ऐसे जिले रखे जाएंगे, जहां संक्रमण के कई मामलों की पुष्टि हुई है या जिन्हें हॉटस्पॉट घोषित किया गया है।
वहीं ऑरेंज जोन में ऐसे जिले आएंगे, जहां संक्रमण के कम मामले सामने आए हैं। इनमें फसलों की कटाई, सार्वजनिक परिवहन के सीमित संचालन आदि की अनुमति होगी।
लॉकडाउन
ग्रीन जोन में होंगी सबसे कम पाबंदियां
ग्रीन जोन में ऐसे इलाके आएंगे, जहां अभी तक कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है। इस जोन में रेड और ऑरेंज जोन से ज्यादा छूट दी जाएगी। हालांकि, संक्रमण से बचने के लिए सभी सावधानियां बरती जाएंगी।
ग्रीन जोन में आने वाले छोटे और मंझोले उद्योगों में काम की अनुमति होगी, लेकिन यहां कर्मचारियों को ठहराने की व्यवस्था करनी होगी और काम के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना होगा।
जानकारी
लॉकडाउन जारी रखने के पक्ष में हैं अधिकतर राज्य
शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक की थी। इसमें उन्होंने संकेत दिया कि पूरे देश से एक साथ लॉकडाउन नहीं हटाया जा सकता। वहीं अधिकतर राज्यों ने लॉकडाउन को जारी रखने का सुझाव दिया था।
बयान
जान भी और जहान भी जरूरी- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में कहा, "जान है तो जहान है, जब मैंने राष्ट्र के नाम सन्देश दिया था तो प्रारम्भ में बल दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन बहुत आवश्यक है। अधिकतर लोगों ने बात को समझा और घरों में रहकर दायित्व निभाया और अब भारत के उज्जवल भविष्य के लिए, समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए जान भी जहान भी, दोनों पहलुओं पर ध्यान आवश्यक है।"
कोरोना वायरस
देश में ये है संक्रमण की स्थिति
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 12 अप्रैल सुबह 8 बजे तक देश में 8,356 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से 7,367 सक्रिय मामले हैं और 715 ठीक हो गए हैं, जबकि 273 लोगों की मौत हो चुकी है।
देश में महाराष्ट्र, दिल्ली और तमिलनाडु कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है।
इसी बीच सरकार देश में कोरोना वायरस के रोजाना हो रहे टेस्ट की संख्या एक लाख तक ले जाने पर विचार कर रही है।