कोरोना वायरस: टियर-2 शहरों में भी तेजी से पैर पसार रहा कोरोना वायरस
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की लड़ाई का मुख्य केंद्र दिल्ली, मुंबई और चेन्नई समेत टियर 1 के पांच शहर बने हुए हैं जहां से लगभग आधे मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा मरने वालों में भी लगभग 60 प्रतिशथ हिस्सेदारी छह मेट्रो शहरों की है।
इस बीच टियर 2 के शहर चिंता का विषय बनकर उभरे हैं और इन्हें नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।
आइए इन शहरों की स्थिति पर एक नजर डालते हैं।
गुरूग्राम
गुरूग्राम में ढाई गुने से अधिक बढ़े मामले
टियर 2 के अहम शहरों में शामिल और दिल्ली से सटे गुरूग्राम में स्थिति खराब होती जा रही है। 3 जून से लेकर 13 जून के बीच शहर में मामलों की वृद्धि दर 161.51 प्रतिशत और टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 45.6 प्रतिशत रही।
जून को गुरूग्राम में कोरोना वायरस के 1,195 मामले थे जो 13 जून को बढ़कर 3,125 हो गए। शहर में मामले दोगुने होने की दर 36 दिन से घटकर सात दिन पर आ गई है।
फरीदाबाद और भरतपुर
फरीदाबाद और भरतपुर में भी 120 प्रतिशथ से अधिक वृद्धि
दिल्ली से सटे हरियाणा के एक और शहर फरीदाबाद में भी यही स्थिति है। यहां कोरोना वायरस के मामले 3 जून को 487 से बढ़कर 13 जून को 1,086 हो गए यानि मामलों में 123 प्रतिशत वृद्धि हुई। इस दौरान मौतें भी साढ़े तीन गुना बढ़कर 28 हो गईं।
इसी तरह राजस्थान के भरतपुर में भी पिछले 10 दिनों में मामलों में 121.62 प्रतिशत वृद्धि हुई है। 3 जून को 495 से बढ़कर ये 13 जून को 1,097 हो गए।
सोलापुर और ठाणे
सोलापुर और ठाणे में 60 प्रतिशत से अधिक बढ़े मामले
महाराष्ट्र के सोलापुर और ठाणे दो ऐसे शहर हैं जहां पिछले 10 दिनों में कोरोना वायरस के मामले 60 प्रतिशत से अधिक बढ़े हैं। इन शहरों में पहले से ही 1,000 से अधिक मामले थे, इसलिए ये वृद्धि बहुत मायने रखती है।
3 जून को सोलापुर में 1,032 मामले थे जो 13 जून को बढ़कर 1,738 हो गए। इसी तरह ठाणे में मामले 10,728 से बढ़कर 17,169 हो गए हैं। ठाणे की स्थिति खासतौर पर चिंताजनक है।
जानकारी
नागपुर और औरंगाबाद 55 से अधिक वृद्धि
महाराष्ट्र के नागपुर और औरंगाबाद में भी पिछले 10 दिनों में संक्रमण के मामलों में 55 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है। ये वृद्धि दर मुंबई और पुणे से अधिक है, जिन पर इस समय पूरे महाराष्ट्र और देश की नजर है।
अन्य शहर
इन शहरों में भी स्थिति चिंताजनक
गुजरात के सूरत और वडोदरा में भी पिछले 10 दिनों में 30 प्रतिशत से 40 प्रतिशत वृद्धि हुई है, जोकि गुजरात के सबसे अधिक प्रभावित शहर अहमदाबाद से अधिक है।
वहीं मध्य प्रदेश के भोपाल में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है और यहां पिछले 10 दिनों में मामलों में 38.61 प्रतिशत वृद्धि हुई है। शहर में 3 जून को 1,484 मामले थे जो 13 जून तक बढ़कर 2,057 हो गए।