फरीदाबादः महिलाएं बोलीं- भाजपा को वोट दिला रहा था एजेंट, बूथ पर दोबारा होगा मतदान

रविवार को एक पोलिंग एजेंट का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एजेंट वोट डालने आई महिलाओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा था। यह मामला फरीदाबाद के असावटी गांव का था। इस मामले में गिरफ्तार हुए भाजपा के पोलिंग एजेंट गिरिराज सिंह को जमानत मिल गई है। उन्हें वीडियो वायरल होने के बाद रविवार को गिरफ्तार किया गया था। गिरिराज ने अपने ऊपर लगाए आरोपों को नकारते हुए कहा कि वह केवल अनपढ़ महिलाओं की मदद कर रहा था।
वीडियो वायरल होने के बाद चुनाव आयोग ने इसका संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब की थी। शिकायत सच पाए जाने के बाद आयोग ने इस बूथ पर 19 मई को दोबारा मतदान के आदेश दिए हैं। साथ ही इस मामले में दोषी अधिकारियों के कार्रवाई शुरू कर दी है। आयोग ने गिरिराज के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। वहीं मतदान केंद्र के प्रीसाइडिंग ऑफिसर अमित अत्री के सस्पेंड कर उनके खिलाफ आपराधिक मामला शुरू किया गया है।
DEO faridabad reported that the observer, Sanjay Kumar investigated the entire matter.
— ashok lavasa (@AshokLavasa) May 13, 2019
The person in the video is the Polling agent who has been arrested in the afternoon itself. FIR is lodged. Report of observer will be examined by ECI
इसके अलावा चुनाव आयोग ने माइक्रो-ऑब्जर्वर सोनल गुलाटी को मामले की गलत जानकारी देने के लिए तीन साल तक चुनावी ड्यूटी से हटा दिया गया है। साथ ही निर्वाचन अधिकारी को तुरंत प्रभाव से ट्रांसफर कर दिया गया है।
NDTV ने वायरल वीडियो में दिख रही महिलाओं से बात की। उनमें से एक महिला ने बताया कि गिरिराज ने उसे भाजपा के निशान पर वोट डालने को कहा था। शोभा ने बताया, "उसने मुझे कमल पर वोट डालने को कहा, लेकिन मैंने उसे कहा मैं अपनी पसंद की पार्टी को वोट करूंगी।" जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने इसकी शिकायत क्यों नहीं की तो उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी बीमार बेटी की देखरेख के लिए जल्दी घर जाना था।
पोलिंग बूथ पर मतदाताओं को प्रभावित कर रहे गिरिराज सिंह को रविवार को गिरफ्तार किया गया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें गिरिराज बार-बार जाकर वोट डाल रही महिलाओं को निशान बताकर या EVM की बटन दबाकर आ रहा था। चुनाव आयुक्त अशोल लवासा ने गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए कहा कि पोलिंग एजेंट को गिफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, तब उन्होंने कहा था कि इस घटना से मतदान प्रभावित नहीं हुआ है।
NDTV ने जब गिरिराज से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें यह नहीं पता था कि वोटिंग मशीन के पास जाना नियमों का उल्लंघन है। गिरिराज ने कहा, "मैं केवल मदद कर रहा था। वहां दो मशीनें थीं जिन पर 28 उम्मीदवारों के नाम थे। गांव की महिलाएं पढ़ी-लिखी नहीं है। इन मशीनों को देखकर पढ़े-लिखे भी कंफ्यूज हो जाते हैं। मैं केवल उन्हें यह बता रहा था कि यह कैसे करना है।"
हरियाणा में इन चुनावों में 69.50 प्रतिशत वोट डाले गए हैं। यह 2014 के 71.86 प्रतिशत मतदान से कम है। हरियाणा के सिरसा संसदीय क्षेत्र में 74.08 प्रतिशत, कुरुक्षेत्र में 72.70, हिसार में 71.17, अंबाला में 70.84, भिवानी-महेंद्रगढ़ में 69.88, रोहतक में 69.36, सोनीपत में 69.08, गुड़गांव में 68.45, फरीदाबाद में 64.48 और करनाल में 66.16 प्रतिशत वोट डाले गए। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजीव रंजन ने कहा कि मतदान शांतिपूर्ण रहा और हिंसा की कोई घटना नहीं हुई।