दिल्ली में दर्ज किया गया साल का सबसे खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक, लोगों की हालत खराब
क्या है खबर?
दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण की हालत लगातार बिगड़ रही है। सोमवार को आसमान में घना स्मॉग छाया रहा और वायु की गुणवत्ता भी बेहद खराब रही।
आनंद विहार स्टेशन पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 484 दर्ज किया गया, जो इस साल का सबसे ज्यादा AQI रहा है। इसे बेहद गंभीर श्रेणी में माना जाता है।
मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम क्षेत्र में AQI 449 और ITO पर 472 AQI दर्ज किया गया। इससे लोगों का सांस लेना भी दुर्भर हो गया।
हालत
स्मॉग के कारण नहीं दिख रहा अक्षरधाम मंदिर
दिल्ली-NCR में सोमवार को छाए स्मॉग का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रतिष्ठित अक्षरधाम मंदिर भी महज कुछ दूरी से दिखाई नहीं दे रहा है।
इसी तरह राष्ट्रीय राजधानी के केंद्र में स्थित संसद, राष्ट्रपति भवन और अन्य शीर्ष सरकारी कार्यालयों की दृश्यता भी बहुत कम नजर आ रही है।
न्यूज 18 के अनुसार औसत AQI 459 दर्ज किया गया है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता पिछले कुछ दिनों से गंभीर बनी हुई है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें अक्षरधाम मंदिर का वीडियो
#WATCH Delhi's Akshardham Temple engulfed in heavy smog pic.twitter.com/3pZVexMTYO
— ANI (@ANI) November 9, 2020
विवरण
रविवार सुबह बेहतर था AQI, लेकिन बाद में बिगड़ गया
दिल्ली-NCR में रविवार को लगातार चौथे दिन वायु की गुणवत्ता "गंभीर" श्रेणी में रही और यहां का औसत AQI 416 दर्ज किया गया था।
हालांकि, रविवार सुबह प्रदूषण का स्तर अन्य दिनों की तुलना में थोड़ा बेहतर था, लेकिन दिन बढ़ने के साथ AQI भी बढ़ता गया।
यहां सुबह AQI 394 पर दर्ज किया गया था, लेकिन दोपहर में "गंभीर" हो गया। इस दौरान 3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा ने भी स्मॉग को नहीं छांटा।
पराली
पराली जलने से खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार रविवार को आस-पास के राज्यों में पराली जलने से प्रदूषण में इजाफा हो गया।
एक दिन पहले, 3,780 खेतों में पराली जलाई गई थी, जो दिल्ली के PM2.5 के स्तर में 29 प्रतिशत तक की हिस्सेदारी थी।
IMD के कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी की ओर थी। इसके कारण पंजाब और हरियाणा का प्रदूषण दिल्ली की ओर आ गया।
खतरा
कोरोना संक्रमा के खतरे को बढ़ा रहा है प्रदूषण- विशेषज्ञ
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के साथ कोरोना वायरस के संक्रमा के मामलों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है।
दिल्ली में गत 3 नवंबर से प्रतिदिन 6,000 से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने शनिवार को कहा कि संक्रमितों में 13% को वायु प्रदूषण से जोड़ा जा सकता है।
निकाय ने लोगों और विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों को काम के लिए बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है।
बयान
स्वस्थ लोगों को भी सांस लेने में हो रही है परेशानी- IMA
IMA अध्यक्ष डॉ राजन शर्मा ने कहा, "सांस की बीमारियों से जूझ रहे लोगों को 50 से 100 के AQI में भी सांस लेने में परेशानी होने लग जाती है। 300 AQI पर तो स्वस्थ लोगों को भी सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।"
संक्रमण
दिल्ली में रविवार को सामने आए कोरोना संक्रमण के 7,745 नए मामले
प्रदूषण के साथ दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है। दिल्ली में रविवार को संक्रमण के 7,745 नए मामले सामने आए हैं। यह एक दिन में आए सबसे अधिक मरीज है।
इसी तरह दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 79 मरीजों की मौत हुई है। इसके साथ दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या 4,38,529 पर पहुंच गई है।
दिल्ली में सकारात्मकता दर 15.3 प्रतिशत है, जबकि देश की दर 3.8 प्रतिशत है।