दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में 14 भारत के, गाजियाबाद की हवा सबसे जहरीली
क्या है खबर?
एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के सबसे प्रदूषित 20 शहरों में 14 शहर भारत के हैं।
गाजियाबाद इस सूची में पहले नंबर पर है जबकि दिल्ली पांचवें स्थान पर है।
रिपोर्ट के अनुसार पिछले पांच साल में दिल्ली में प्रदूषण का स्तर सुधरने की बजाय खराब हुआ है।
वहीं एक समय दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहे चीन के बीजिंग की स्थिति में सुधार हुआ है और पिछले कुछ सालों में उसकी वायु गुणवत्ता अच्छी हुई है।
रिपोर्ट
'विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2019' में सामने आए आंकड़े
मंगलवार को 'एयर विज्युअल' द्वारा जारी 'विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2019' में ये जानकारी सामने आई है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में गाजियाबाद दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा और उसका औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 110.2 रहा।
वहीं दिल्ली दुनिया का पांचवां और भारत का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर है। 2019 में दिल्ली का औसत AQI 98.6 रहा।
रिपोर्ट के अनुसार, पांच साल पहले दिल्ली की हवा जितनी खराब थी, 2019 में उससे भी ज्यादा खराब रही।
अन्य शहर
भारत के ये शहर भी 20 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल
दिल्ली के ठीक बाद उससे सटे नोएडा और गुरुग्राम का नंबर आता है जो क्रमशः छठवें और सातवें नंबर पर हैं। 2019 में उनका AQI क्रमश: 97.7 और 93.1 रहा।
इनके अलावा ग्रेटर नोएडा नौवें, बंधवारी दसवें, लखनऊ ग्यारहवें, बुलंदशहर तेरहवें, मुजफ्फरनगर चौदहवें, बागपत पंद्रहवें, जींद सत्रहवें, फरीदाबाद अठारहवें, चोरौट उन्नीसवें और भिवाड़ी बीसवें नंबर पर है।
अगर 30 सबसे प्रदूषित शहरों की बात करें तो इनमें 21 शहर भारत के हैं।
रिपोर्ट
शीर्ष 20 प्रदूषित शहरों में सभी एशिया के
आपको ये जानकर हैरानी हो सकती है कि 20 सबसे प्रदूषित शहरों में सभी शहर एशियाई देशों के हैं।
14 भारतीय शहरों के अलावा बाकी शहर उसके पड़ोसी चीन और पाकिस्तान के हैं। इनमें पाकिस्तान के चार और चीन के दो शहर शामिल हैं।
हालांकि चीन की राजधानी बीजिंग की स्थिति में बड़ा बदलाव हुआ है और कभी दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में रहा बीजिंग अभी 201वें स्थान पर है।
जानकारी
इन कारणों से हो रहा प्रदूषण
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत, चीन और अन्य एशियाई देशों को भीड़-भाड़ वाले शहरों, वाहनों से निकलने वाले धुएं, कोयले के पावर प्लांट्स, कृषि संबंधित चीजों को जलाने और औद्योगिक उत्सर्जन के कारण जहरीली हवा में सांस लेनी पड़ रही है।
बयान
"भारत के लोगों को सरकार पर और अधिक दबाव बनाने की जरूरत"
रिपोर्ट में बताया गया है कि जहां चीन प्रदूषण कम करने को लेकर अपने देशवासियों को एकजुट करने में कामयाब रहा, वहीं भारत में ऐसा नहीं है।
'एयर विज्युम' प्रमुख यान बोक्विलोड ने कहा, "बीजिंग में ये प्राथमिकता है। चीन जब कुछ कहता है तो उसे करता है और उसमें संसाधन लगाता है। भारत में अभी शुरूआत हो रही है। लोगों को सरकार पर और अधिक दबाव बनाने की जरूरत है।"
डाटा
कितना खतरनाक है वायु प्रदूषण?
WHO के मुताबिक वायु प्रदूषण से दुनिया में हर साल 70 लाख लोगों की मौत होती है, जबकि वैश्विक अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर का नुकसान होता है। वहीं 'लॅन्सेट' के मुताबिक, वायु प्रदूषण से भारत में सालाना 12 लाख लोगों की मौत होती है।