कोरोना वायरस का नया केंद्र बनकर उभरे हैं दक्षिण भारत के ये तीन राज्य
भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है और अब तक 14.35 लाख लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। रविवार को देश में 49,931 नए मामले सामने आए जो अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले हैं। मामलों में इस रिकॉर्ड उछाल के लिए देश के दक्षिणी राज्यों में आई तेजी है। आइए इन राज्यों में कोरोना वायरस की स्थिति पर एक नजर डालते हैं।
आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में रिकॉर्ड तेजी से बढ़ रहे हैं मामले
दक्षिण भारत के तीन राज्यों- आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु- में स्थिति सबसे अधिक चिंताजनक है। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक देश के उन राज्यों में शामिल हैं जहां कोरोना वायरस के मामले सबसे अधिक तेजी से बढ़ रहे हैं। आंध्र प्रदेश में तो मामले रोजाना 10 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ रहे हैं। वहीं तमिलनाडु में भी मामलों में तेजी आना शुरू हो गया है और रोजाना मामलों का आंकड़ा 7,000 पार करने वाला है।
महाराष्ट्र के बाद आंध्र प्रदेश में सामने आ रहे सबसे अधिक मामले
अगर आंध्र प्रदेश की बात करें तो राज्य में पिछले 24 घंटे में 7,627 नए मामले सामने आए। राज्य में पिछले कई दिन से 7,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं और उससे अधिक मामले केवल महाराष्ट्र में सामने आ रहे हैं। राज्य में अब तक 96,298 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है जिनमें से 1,041 लोगों की मौत हुई है। राज्य की रिकवरी रेट 48.08 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत से कम है।
तमिलनाडु में पांच दिन से आ रहे 6,000 से अधिक नए मामले
अगर तमिलनाडु की बात करें तो वह महाराष्ट्र के बाद देश का दूसरा सबसे अधिक प्रभावित राज्य है। राज्य में अब तक 2,13,723 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है जिनमें से 3,494 की मौत हुई है। तमिलनाडु में पिछले पांच दिन से रोजाना 6,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं और रविवार को यहां 6,986 नए मामले सामने आए। हालांकि राज्य की रिकवरी रेट ठीक है और अब तक 73.23 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं।
एक लाख से कम मामलों पर 50,000 सक्रिय मामलों वाला एकमात्र राज्य कर्नाटक
कर्नाटक में पिछले दो हफ्तों में ही कोरोना वायरस के मामलों में अचानक से वृद्धि देखने को मिली है और यहां अब तक 96,141 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है। इनमें से 1,878 मरीजों की मौत हुई है और 58,425 मरीजों का अभी भी इलाज चल रहा है। कर्नाटक देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां कुल मामलों की संख्या एक लाख होने से पहले ही सक्रिय मामलों की संख्या 50,000 पार कर गई है।
केरल और तेलंगाना में कम्युनिटी ट्रांसमिशन की आशंका
दक्षिण भारत के अन्य राज्यों की बात करें तो तेलंगाना में 54,059 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 463 लोगों की मौत हुई है। राज्य की टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 15 प्रतिशत के आसपास बनी हुई है और ये एक चिंता का विषय है। वहीं केरल में 19,025 मामले सामने आ चुके हैं और 61 लोगों की मौत हुई है। केरल और तेलंगाना दोनों राज्यों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन की आशंका व्यक्त की जा रही है।