अयोध्या: प्रस्तावित राम मंदिर का नया डिजाइन हुआ मंजूर, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मंदिर होगा
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के नए डिजाइन को गत शनिवार को हुई ट्रस्ट की बैठक में मंजूरी दे दी गई है। यदि प्रस्तावित डिजाइन के अनुसार मंदिर का निर्माण होता है तो यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर होगा। इसके अलावा मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन की तारीख भी तय कर दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को सुबह 11 बजे अयोध्या आएंगे और भूमि पूजन करेंगे।
300 फीट तक होगी राम मंदिर की लंबाई
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार नए डिजाइन के अनुसार मंदिर की लंबाई पूर्व प्रस्तावित लंबाई 268 फीट की जगह 280-300 फीट के बीच होगी। इसी तरह मंदिर की चौड़ाई 140 फीट की जगह 270-280 फीट के बीच होगी। इतना ही नहीं, पहले के डिजाइन में मंदिर की ऊंचाई को 128 फीट रखा गया था, लेकिन अब नए डिजाइन में इसे बढ़ाकर 161 फीट कर दिया गया है। इसी तरह अब मंदिर दो जगह तीन मंजिल का होगा।
कुल 120 एकड़ में किया जाएगा मंदिर का निर्माण
राम मंदिर के पहले के नक्शे के अनुसार नागर शैली के इस मंदिर परिसर क्षेत्र का दायरा करीब 70 एकड़ में रखा गया था, जिसे नए डिजाइन और ऊंचाई की आवश्यकता के अनुसार 100 से 120 एकड़ में विस्तारित किया जाएगा। ऐसे में अतिरिक्त भूमि का भी अधिग्रहण किया जाएगा। मंदिर के नए लेआउट के अनुसार इसका निर्माण 76,000-84,000 वर्ग फुट क्षेत्र में किया जाएगा, जबकि पूर्व में 37,590 वर्ग फीट प्रस्तावित किया गया था।
क्रुसीफार्म आकार में किया जाएगा मंदिर का निर्माण
भव्य राम मदिर के लेआउट की बात करें तो यह पहले आयताकार आकार था जिसको आर्किटेक्ट के मुताबिक क्रुसीफार्म आकर का किया जाएगा। आकार पहले 313×149 फुट था, जो अब 344×235 फुट होगी। शिखर की चोटी 138 फुट से बढ़ाकर 161 फुट किया जाएगा। क्षेत्रफल भी आकार के मुताबिक़ बढ़ेगा। इसके अलावा पत्थर की मात्रा पहले 2,43,000 घन फुट थी, जो अब नए मॉडल के मुताबिक़ 3,75,000 घन फुट होगी।
मंदिर में बनाए जाएंगे गुम्बद नुमा पांच मंडप
राम मंदिर के प्रस्तावित नक्शे और ऊंचाई में बदलाव के बाद अब राम मंदिर में तीन की जगह पांच गुंबद बनाने का फैसला किया गया है। पहले के मॉडल में दो मंडप (गुम्बद नुमा आकार) मौजूद थे। अब दो की जगह कुल पांच मंडप होंगे। बता दें कि राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद इसके नक्शे, डिजाइन और निर्माण को लेकर संशय बरकरार था, लेकिन अब इसमें बदलाव कर दिया गया है।
मंदिर के मुख्य वास्तुकार के बेटे तैयार करेंगे संशोधित डिजाइन
मंदिर के संशोधित डिजाइन को तैयार करने की जिम्मेदारी मंदिर के मुख्य वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा के बेटे आर्किटेक्ट निखिल सोमपुरा और आशीष सोमपुरा को सौंपी गई है। बता दें कि मंदिर का मुख्य डिजाइन चंद्रकांत सोमपुरा ने साल 1983 में तैयार किया था।
PMO ने दी कार्यक्रम की स्वीकृति
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने भी राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के कार्यक्रम की तारीख को हरी झंडी दिखा दी है। PMO ने पांच अगस्त को भूमि पूजन का कार्यक्रम तय किया है। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार अयोध्या जाएंगे। सुबह 11 बजे से दोपहर 3:10 बजे तक अयोध्या में रहने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी भूमि पूजन के साथ ही अयोध्या में पर्यटन पर भी कार्यक्रम देखेंगे। यहां पर भूमि पूजन काशी के पुजारी सम्पन्न कराएंगे।
भूमि पूजन की तारीख तय होते ही आने लगा दान
भूमि पूजन की तारीख तय होने के साथ ही मंदिर निर्माण के लिए दान आना शुरू हो गया है। इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन के लखनऊ चैप्टर ने मंगलवार को ट्रस्ट प्रमुख महंत निराला गोपाल दास को लगभग 34 किलो वजनी ईंटे दान की है। इसी तरह रामदल ट्रस्ट ने मंदिर ट्रस्ट को 21,000 रुपये का चेक सौंपा हैं। इसके अलावा अन्य भक्त और धर्मावलंबी भी मंदिर निर्माण के लिए दान देने में आगे आ रहे हैं।
ये हैं दुनिया के दो सबसे बड़े हिंदू मंदिर
बता दें कि प्रस्तावित नए डिजाइन के अनुसार अयोध्या का राम मंदिर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर होगा। दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर कंबोडिया स्थित अंकोरवाट मंदिर है। इस मंदिर की ऊंचाई 213 फीट है। यह करीब 401 एकड़ में फैला है। इसे भगवान विष्णु का मंदिर के रूप में बनाया गया था। इसी तरह तमिलनाडु स्थित श्रीरंगनाथ मंदिर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है। यह विष्णु मंदिर है जो लगभग 155.9 एकड़ में फैला है।