PMO अधिकारी बनकर जम्मू-कश्मीर पहुंचा कथित ठग 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
क्या है खबर?
खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का वरिष्ठ अधिकारी बताकर जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों से मिलने वाले और नियंत्रण रेखा (LOC) का दौरा करने वाले गुजरात के कथित ठग किरण पटेल को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
वह जम्मू-कश्मीर पुलिस की श्रीनगर अदालत में सुनवाई के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुआ।
किरण भाई पटेल को 3 मार्च, 2023 को श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया था, लेकिन मीडिया में मामले का खुलासा अब हुआ है।
ठगी
पिछले साल अक्टूबर से जम्मू-कश्मीर में कर रहा था दौरा
रिपोर्ट्स के अनुसार, किरण पटेल पिछले साल अक्टूबर से जम्मू-कश्मीर का दौरा कर रहा था। इस दौरान वह कई संवेदनशील जगहों पर गया।
उसने नियंत्रण रेखा (LoC) पर अधिकारियों से मुलाकात की। इसके बाद उरी के कमान पोस्ट का भी दौरा किया। उसने सुरक्षाकर्मियों के साथ अपनी कुछ तस्वीरें श्रीनगर के लाल चौक की भी शेयर की।
उसकी यात्रा के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। एक वीडियो में वह सुरक्षाकर्मियों के साथ बर्फ पर चल रहा है।
लुत्फ
लग्जरी होटल और जेड प्लस सिक्योरिटी का ले रहा था मजा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पटेल ने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में रणनीति और अभियान शाखा का अतिरिक्त निदेशक बताया था। इसलिए उसे विशेष सुरक्षा दी गई थी।
वह जहां भी दौरे पर जा रहा था उसके साथ अर्धसैनिक बल के जवान साथ होते थे। उसने उनके साथ कई तस्वीरें और वीडियो भी बनाई है।
उसे न केवल जम्मू-कश्मीर के पांच सितारा होटल में लग्जरी कमरा दिया गया बल्कि जेड प्लस सिक्योरिटी के साथ बुलेट प्रूफ गाड़ी भी मुहैया कराई गई थी।
खुलास
कैसे हुआ खुलासा?
किरण पटेल बिना किसी संदेह के उच्च स्तरीय सुविधाओं का लाभ लेकर तमाम स्थानों पर जा रहा था। इस दौरान उसने बडगाम में भी अधिकारियों से मुलाकात की।
संदेह होने पर खूफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को इसके बारे में सचेत किया। तब 3 मार्च को श्रीनगर के होटल से उसे गिरफ्तार कर 16 मार्च को अदालत में पेश किया गया।
उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) धारा 419, 420, 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज किया गया।
जांच
मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के 2 अधिकारियों पर गिर सकती है गाज
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि समय पर ठग का पता न लगा पाने और गड़बड़ी को लेकर दो अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है।
मामले की जांच के लिए गुजरात पुलिस की एक टीम को भी शामिल किया गया है। पुलिस उसकी आपराधिक इरादों की जांच कर रही है।
किरण पटेल ने अपने ट्विटर बायो में खुद को PhD धारक बताया है। शख्स का ट्विटर हैंडल वैरिफाइड है।
ट्विटर पोस्ट
वीडियो में देखिए कथित ठग के कश्मीर में मजे
॥ जय हिन्द ॥ pic.twitter.com/WCEZxlDHId
— Dr. Kiran J Patel (@bansijpatel) February 27, 2023