सूरत आग हादसाः जांच में असुरक्षित पाई गईं 9,000 से ज्यादा इमारतें, कार्रवाई शुरू
सूरत के कोचिंग सेंटर में लगी आग के बाद गुजरात सरकार राज्यभर में बिल्डिंगों का निरीक्षण कर रही है। अब तक सरकार ने कुल 9,962 बिल्डिंगों की जांच की गई है, जिनमें से 9,395 में अग्नि सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। इस निरीक्षण अभियान की सूरत हादसे के बाद हुई थी, जिसमें 22 बच्चों की मौत हुई थी। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
लगभग 10,000 बिल्डिंगों की जांच
गुजरात के मुख्य सचिव जेएन सिंह ने बताया कि राज्य में 9,962 बिल्डिंगों की जांच की है, जिनमें से 9,395 बिल्डिंगें सुरक्षा मानकों पर खरा नहीं उतरी। जिन बिल्डिंग में सुरक्षा उपाय नहीं किए गए हैं उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इन बिल्डिंग के मालिकों को उपाय करने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। अगर इस दौरान इंतजाम नहीं किए जाते हैं तो प्रोपर्टी को सील किया जाएगा।
सूरत आग हादसे में एक व्यक्ति गिरफ्तार
शुक्रवार को सूरत में एक कमर्शियल बिल्डिंग में आग लग गई थी। इस आग में बिल्डिंग में चल रहे कोचिंग सेंटर के 22 छात्रों की मौत हो गई थी। मामले में अब तक हुई कार्रवाई के बारे में बताते हुए सिंह ने बताया, "सूरत में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और बाकी फरार लोगों की तलाश जारी है।" अग्निशमन विभाग के दो अधिकारियों को सस्पेंड किया गया और दूसरे अधिकारियों की भूमिका की जांच की जा रही है।
सूरत में हुई यह कार्रवाई
जेएन सिंह ने बताया कि सूरत में 80 टीमें अलग-अलग बिल्डिंगों और कॉम्प्लेक्स की जांच कर रही है। यहां पर बीते दो दिनों में 1,123 कोचिंग सेंटरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और बेसमेंट में चल रहे पांच कोचिंग सेंटरों को बंद कराया गया है। राज्य के शहरी विकास और योजना विभाग के प्रमुख सचिव को सूरत हादसे की जांच कर रिपोर्ट सौंपने की जिम्मेदारी दी गई है।
बिल्डिंग सील करने की प्रक्रिया शुरू
गुजरात सरकार ने कॉम्पलेक्स की छतों आदि जगहों पर चल रहे कोचिंग सेंटर को बंद करने के आदेश दिए थे। सिंह ने बताया कि उन्होंने सूरत में ऐसी 50 जगहों की पहचान की है और इन्हें सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
बच्चों ने कूदकर बचाई जान
सूरत में चार मंजिला कमर्शियल बिल्डिंग में शुक्रवार को आग लगी थी। इस बिल्डिंग में कई कोचिंग सेंटर और आर्ट क्लासेस चलती है। आग दूसरे फ्लोर पर लगना शुरू हुई और देखते-देखते भीषण लपटें उठने लगी। आग देखकर कुछ बच्चे ऊपर की तरफ भागे और वहीं फंस गए। फायर बिग्रेड आने तक आग भीषण रूप ले चुकी थी। कुछ बच्चों ने कूदकर अपनी जान बचाई। दमकल की गाड़ियों की सीढियां बिल्डिंग की ऊपरी मंजिल तक नहीं पहुंच पाई थी।