रूस की भारतीयों को वीजा-मुक्त प्रवेश देने की योजना क्या है और इसका क्या फायदा होगा?
रूस ने भारतीय पासपोर्ट धारकों अपने देश में वीजा-मुक्त प्रवेश देने की योजना बनाई है। फरवरी 2025 से भारतीय नागरिक बिना वीजा के रूस की यात्रा कर सकेंगे। रूस ने यह कदम दुनिया भर के पर्यटन उद्योग में भारत की क्षमता को पहचानने के बाद किया है। रूस भारतीयों को वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा देने वाला नया देश है। इससे पहले भी कई देश भारत को यह सुविधा प्रदान कर रहे हैं। आइए जानते हैं इससे क्या फायदा होगा।
वीजा-मुक्त यात्रा क्या है?
वीजा-मुक्त यात्रा किसी देश में लंबी वीजा प्रक्रियाओं को पूरा किए बिना प्रवेश की प्रक्रिया है। दो देशों की सरकारें आपसी सहमति से यह सुविधा शुरू कर सकती है। इसमें लोगों को सुविधा देने वाले देश में प्रवेश के लिए लंबे वीजा आवेदन फॉर्म भरने और अतिरिक्त दस्तावेजीकरण की आवश्यकता नहीं है। इसके साथ ही लोगों को संबंधित देश में जाने के लिए कोई वीजा शुल्क भी नहीं देना होता है। ऐसे में यह वीजा-मुक्त यात्रा काफी आरामदायक होती है।
रूस ने जून में हुई वार्ता के बाद किया निर्णय
रूस ने भारतीयों के लिए वीजा नियमों को सरल बनाने और समूह पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के बीच जून 2024 में हुई वार्ता के बाद वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा देने का निर्णय किया है। वर्तमान में भारतीय यात्रियों को रूस जाने के लिए वीजा की आवश्यकता होती है। हालांकि, रूस भारतीयों को इलेक्ट्रॉनिक वीजा (ई-वीजा) की सुविधा देता है। इस सुविधा को उसने अगस्त 2023 में 4 दिनों की अवधि के लिए शुरू किया था।
रूस की यात्रा करने के प्रति बढ़ा भारतीयों का रुझान
जनवरी 2024 में रूस ने भारतीय पर्यटकों को 1,700 ई-वीजा जारी किए थे। यह भारतीय यात्रियों में रूस जाने के प्रति बढ़ती रुचि को दर्शाता है। राजधानी मॉस्को ने भी 2024 की पहली छमाही में 28,500 भारतीयों का स्वागत किया था। यह संख्या पिछले साल की तुलना में डेढ गुना अधिक है। हालांकि, बहुत से लोग काम या व्यवसाय के लिए रूस गए थे, लेकिन यह वृद्धि भारत और रूस के बीच मजबूत संबंधों को परिभाषित करती है।
साल 2024 में इन देशों ने भारतीयों को दी वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा
श्रीलंका ने 1 अक्टूबर, 2024 से भारतीय नागरिकों को 180 दिन की अवधि के लिए वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा शुरू की है। इससे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत हुए हैं। थाईलैंड ने 11 नवंबर को भारतीयों के लिए 60 दिन की वीजा-मुक्त यात्रा सुविधा को अनिश्चिकाल के लिए आगे बढ़ा दिया है। ईरान ने फरवरी में 15 दिन की वीजा-मुक्त यात्रा और केन्या ने जनवरी से वीजा की जगह इलेक्ट्रॉनिक ट्रैवल ऑथराइजेशन (ETA) की सुविधा शुरू की है।
कजाकिस्तान में भी बढ़ रही है भारतीय यात्रियों की संख्या
कजाकिस्तान इस समय में भारतीय यात्रियों के लिए प्रमुख वीजा-मुक्त गंतव्य बन गया है। उसने साल 2022 में अपनी वीजा नीति को सरल बनाया था। भारतीयों को यहां 14 दिनों की अवधि के लिए वीजा-मुक्त प्रवेश मिलता है। साल 2023 में कजाकिस्तान में कुल 28,300 भारतीय लोग पहुंचे थे। उसके बाद इस संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। कजाकिस्तान अपनी अनूठी संस्कृति और परिदृश्य के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है।
भारतीय नागरिकों को कुल 62 देश उपलब्ध करा रहे वीजा-मुक्त सुविधा
भारत का बढ़ता वैश्विक प्रभाव तेजी से स्पष्ट हो रहा है, क्योंकि भारतीय नागरिकों को वीजा-मुक्त प्रवेश की पेशकश करने वाले देशों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में 62 देश भारतीय पासपोर्ट धारकों को वीजा-मुक्त या आगमन पर वीजा सुविधा प्रदान कर रहे हैं। इसके चलते भारत नवीनतम हेनले पासपोर्ट सूचकांक में 80वें पायदान पर पहुंच गया है। आने वाले समय में वीजा-मुक्त प्रवेश देने वाले देशों की संख्या 100 के पार पहुंच सकती है।
ये देश भारतीयों को उपलब्ध करा रहे वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा
भारतीय नागरिकों को वर्तमान में दक्षिण अमेरिका का बोलीविया, अफ्रीका में अंगोला, इथोपिया, मॉरिसस, रवांडा, ट्यनीशिया सहित कुल 21 देश, एशिया में भूटान, नेपाल, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मकाऊ, मलेशिया, मालदीव, म्यांमार, ओमान, कतर और थाईलैंड सहित 16 देश वीजा-मुक्त सुविधा दे रहे हैं। इसी तरह ओसिनिया में फिजी, किरबाती और सामोआ सहित 8 देश, उत्तरी अमेरिका में डोमीनिका, हैती, जैमका, सेंट लूसिया, सेंट विंसेंट, सेंट किट्स, बारबाडोस और ब्रिटिश वर्जिनिया सहित कुल 11 देश वीजा-मुक्ता यात्रा की सुविधा देते हैं।