दिल्ली: नाइजीरियाई नागरिकों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर भीड़ ने किया हमला
क्या है खबर?
दक्षिण दिल्ली के नेब सराय इलाके में शनिवार को पुलिस टीम वीजा समाप्त होने पर तीन नाइजीरियाई नागरिकों को गिरफ्तार करने गई थी।
इस दौरान दिल्ली पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टीम को अफ्रीकी मूल के लोगों की भीड़ ने चारों तरफ घेर लिया और हमला करने लगे। ये लोग अपने दोस्तों के खिलाफ हो रही कार्रवाई से नाराज थे।
इसी बीच मौके पर फायदा उठाकर आरोपी पुलिस टीम के चंगुल से भाग निकले।
घटनाक्रम
100 से ज्यादा अफ्रीकी लोगों की भीड़ ने घेरा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की नारकोटिक्स टीम नेब सराय के राजू पार्क में उन विदेशियों को पकड़ने गई थी, जो वीजा समाप्त होने के बाद भी गैर-कानूनी तरीके से भारत में रह रहे थे।
शनिवार दोपहर 2:30 बजे पुलिस ने तीन नाइजीरियन नागरिकों को पकड़ा ही था कि इसी दौरान 100 से ज्यादा अफ्रीकी मूल के लोगों की भीड़ ने उन्हें छुड़ा लिया। हालांकि, इनमें से एक आरोपी फिलिप (22) को पुलिस ने दोबारा पकड़ लिया था।
पुलिस कार्रवाई
चार नाइजीरियाई नागरिकों को किया गिरफ्तार
दक्षिण दिल्ली के उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि पुलिस की संयुक्त टीम ने फिर से शाम 6:30 बजे राजू पार्क इलाके में दबिश देकर चार नाइजीरियाई नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया, इनमें एक महिला भी शामिल थी।
इस बार भी अफ्रीकी लोगों की भीड़ (150-200 लोग) ने फिर से पुलिस टीम को घेर लिया और आरोपियों को छुड़ाने की कोशिश भी, लेकिन पुलिस टीम इस बार सतर्क थी।
पुलिस टीम चार आरोपियों को नेब सराय पुलिस स्टेशन ले आई।
तैयारी
नाइजीरियाई नागरिकों के निर्वासन की तैयारी शुरू
पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए नाइजीरिया के चारों नागरिकों की वीजा समाप्त हो चुका था। इसके बावजूद वे गैर-कानूनी तरीके से दिल्ली में रह रहे थे।
उन्होंने कहा कि चार नागरिकों की पहचान केने चुक्वु डेविड विलियम्स, इग्वे इमैनुएल चिमेजी, अजीगबे जॉन और क्वीन गॉडविन के रूप में की गई है।
आरोपियों को जल्द वापस उनके देश भेजने की तैयारी की जा रही है। सभी कागजी कार्रवाई के बाद इन्हें निर्वासित कर दिया जाएगा।
आरोप
ड्रग्स तस्करी में लिप्त होने के आरोप
दिल्ली में बड़ी संख्या में अफ्रीकी मूल के नागरिक रहते हैं, जिनमें युवाओं की संख्या ज्यादा है।
कल्चरल एजुकेशन एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत अफ्रीकी देशों से छात्र यहां उच्च शिक्षा के लिए आते रहते हैं और जो वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी यहीं रुक जाते हैं।
वहीं अफ्रीकी नागरिकों पर ड्रग्स तस्करी को लेकर भी आरोप लगते रहे हैं और पूर्व में दिल्ली पुलिस कई अफ्रीकी नागरिकों को मादक पदार्थों के साथ गिरफ्तार भी कर चुकी है।