सैर-सपाटे के लिए भारत आ सकेंगे विदेशी, 15 अक्टूबर से पर्यटन वीजा जारी करेगी सरकार
कोरोना महामारी के काबू में आने के बाद स्थिति में सुधार को देखते हुए भारत सरकार ने विदेशी पर्यटकों के लिए दरवाजे खोलने का फैसला किया है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि 15 अक्टूबर के बाद चार्टर्ड विमानों में भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों को वीजा जारी किए जाएंगे। वहीं चार्टर्ड के अलावा दूसरे विमानों से आने वाले विदेशी पर्यटकों को 15 नवंबर के बाद वीजा जारी किए जा सकेंगे। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
महामारी से बचाव के नियमों का करना होगा पालन
गृह मंत्रालय ने कहा कि विदेश से आने वाले पर्यटकों, उन्हें लाने वाली विमान कंपनियों और दूसरे हितधारकों को महामारी से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी नियमों का पालन करना होगा। बता दें कि कोरोना महामारी के कारण बीते साल मार्च से भारत सरकार ने विदेशी नागरिकों को वीजा देना बंद कर दिया था। स्थिति सामान्य होने के बाद से पर्यटन वीजा को छोड़कर बाकी वीजा जारी किए जा रहे हैं।
कई राज्यों ने की थी पर्यटन से रोक हटाने की मांग
कई राज्य सरकारों और पर्यटन क्षेत्र के हितधारकों ने केंद्र सरकार से पर्यटन वीजा जारी करने की मांग की थी ताकि विदेशी सैलानी सैर-सपाटे के लिए भारत आ सके। इसके बाद केंद्र ने स्वास्थ्य, विदेश, नागरिक विमानन, पर्यटन मंत्रालय समेत राज्य सरकारों और दूसरे हितधारकों के साथ सलाह-मशविरा किया था। 15 अक्टूबर के बाद यह पहली बार होगा, जब पिछले साल मार्च के बाद विदेशी लोग सैर-सपाटे के लिए भारत आ सकेंगे।
देश के अधिकतर राज्यों में सुधर रहे हालात
बीते कुछ दिनों से देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार काबू में आई है और कई राज्यों में हालात बेहतर हो रहे हैं। कोरोना के कम होते मामलों को देखते हुए कई राज्यों ने स्कूल-कॉलेज खोल दिए हैं और दूसरी पाबंदियों से भी राहत दी है। हालांकि, केरल, मेघालय और महाराष्ट्र आदि राज्यों में पॉजिटिविटी रेट ऊंची बनी हुई है, जिसके चलते कई प्रतिबंध नहीं हटाए गए हैं और ऐहतियात बरता जा रहा है।
देश में क्या है संक्रमण की स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना के 21,257 नए मामले सामने आए और 271 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,39,15,569 हो गई है। इनमें से 2,40,221 सक्रिय मामले हैं और 4,50,127 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सरकार ने चेतावनी जारी की है कि कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है और इससे बचने के लिए लोगों को दिसंबर तक विशेष सावधानी बरतनी होगी।