गणतंत्र दिवस: परेड में दिखी भारत की शक्ति, जानिए क्या कुछ रहा खास
पूरा देश आज 71वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। आज ही के दिन 70 साल पहले भारतीय संविधान लागू हुआ था। दिल्ली में राजपथ पर हुए समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ध्वजारोहण किया जिसके बाद राष्ट्रगान गाया गया और 21 तोपों की सलामी दी गई। ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियस बोलसोनारो मुख्य अतिथि रहे। राष्ट्रपति कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर उन्होंने 90 मिनट की परेड में भारत की विविधता और शक्ति का प्रदर्शन देखा।
निकालीं गईं 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां
राजपथ पर हुई परेड में 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां निकलीं गईं। इस बार पश्चिम बंगाल, केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों की झांकियां नहीं थीं क्योंकि केंद्र सरकार ने झांकी के उनके प्रस्तावों को खारिज कर दिया था। इसके अलावा परेड में छह अलग-अलग विभागों की झांकियां भी शामिल हुईं। इन सभी झांकियों में विभिन्न प्रदेशों की सांस्कृतिक पहचान और देश की आर्थिक प्रगति को दर्शाया गया।
61 कैवेलरी ने किया सेना का नेतृत्व
लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री ने परेड का नेतृत्व किया जबकि मेजर जनरल आलोक कास्कर सहायक परेड कमांडर रहे। उनके पीछे परमवीर चक्र, अशोक चक्र और वीर चक्र विजेताओं की टुकड़ी रही। 1953 में बनी अश्वारोही रेजिमेंट 61 कैवेलरी ने भारतीय सेना का नेतृत्व किया। सेना की परेड में युद्धक टैंक भीष्म और इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल बलवे मशीन पिकेट मुख्य आकर्षण रहे। राष्ट्रपति कोविंद ने सेना की परेड की सलामी ली।
हवाई परेड में तेजस लड़ाकू विमान ने दिखाए करतब
हवाई परेड में वायुसेना के 41 विमान और सेना के चार हेलीकॉप्टर शामिल हुए। इनमें 16 लड़ाकू विमान, 10 परिवहन विमान और 19 हेलीकॉप्टर थे। हवाई परेड दो चरणों में हुई। वायुसेना की झांकी में राफेल विमान के मॉडल का प्रदर्शन किया गया। तेजस लड़ाकू विमान का भी मॉडल प्रस्तुत किया गया। परेड का नेतृत्व करते हुए MI-15 और V-5 हेलीकॉप्टर "Y" फॉर्मेशन में उड़े। दूसरे चरण में चिनूक, अपाचे हेलीकॉप्टर, ग्लोबमास्टर और सुखोई लड़ाकू विमान अलग-अलग फॉर्मेशन में उड़े।
पहली बार देखी गईं ये चीजें
इस बार की परेड में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की महिला टुकड़ी ने पहली बार बाइक स्टंट दिखाए। इस टुकड़ी का नेतृत्व सीमा नाग ने किया जो चलती बाइक के ऊपर खड़े होकर सलामी देते हुए नजर आईं। परेड का एक और आकर्षण रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की मार्चिंग टुकड़ी रही जिसने 'मिशन शक्ति' का प्रदर्शन किया। शक्ति एक मिसाइल जो दुश्मन सैटेलाइटों को मार गिराने की क्षमता रखती है।
कैप्टन तान्या शेरगिल ने किया पुरुष दस्ते का नेतृत्व
राजपथ पर परेड के दौरान नारी शक्ति का प्रदर्शन भी देखने को मिला। सेना की सिग्नल कोर कमांड की कैप्टन तान्या शेरगिल ने 147 जवानों वाली पुरुष दस्ते का नेतृत्व किया। ये दूसरी बार है जब गणतंत्र दिवस परेड पर किसी महिला ने पुरुष दस्ते का नेतृत्व किया है। पंजाब के होशियारपुर से आने वालीं और चौथी पीढ़ी की सैन्य अधिकारी शेरगिल 15 जनवरी को सेना दिवस के मौके पर भी पुरुष दस्ते का नेतृत्व किया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने युद्ध स्मारक जाकर दी शहीदों की श्रद्धांजलि
इससे पहले समारोह की शुरूआत से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। ये पहला मौका है जब किसी प्रधानमंत्री ने अमर जवान ज्योति की जगह राष्ट्रीय युद्ध स्माकर पर श्रद्धांजलि दी।