उद्धव ठाकरे बोले- जामिया के छात्रों पर पुलिस कार्रवाई ने जलियांवाला बाग त्रासदी की याद दिलाई
जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई के मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इस घटना ने उन्हें जलियांवाला बाग त्रासदी की याद दिला दी। उन्होंने कहा कि जिस देश में युवा गुस्से में हो, वहां कभी शांति नहीं हो सकती। छात्रों को बम के समान बताते हुए ठाकरे ने सरकार से उन्हें न जलाने का अनुरोध किया।
"क्या हम छात्रों को डराकर जलियांवाला बाग जैसी स्थिति पैदा कर रहे हैं?"
छात्रों के खिलाफ हिंसा पर महाराष्ट्र विधानसभा में बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने ये सारी बातें कहीं। उन्होंने कहा, "जिस अंदाज में दिल्ली में पुलिस कैंपस में घुसी और छात्रों पर गोलियां चलाई गईं, मुझे जलियांवाला बाग त्रासदी की याद आ गई। क्या हम छात्रों को डराकर देश में जलियांवाला बाग जैसी स्थिति पैदा कर रहे हैं? एक देश और राज्य जहां युवा गुस्से में हों, वहां शांति नहीं हो सकती। युवा हमारी ताकत हैं।"
युवा शक्ति बम जैसी, सरकार इसे न जलाए- ठाकरे
ठाकरे ने कहा, "जल्द ही हम सबसे ज्यादा युवाओं वाले देश बन जाएंगे। युवा शक्ति एक बम की तरह होती है औऱ मैं सरकार से इसे न जलाने की अपील करता हूं।" बता दें कि जलियांवाला बाग हत्याकांड भारत के आजादी आंदोलन की सबसे हिंसक घटनाओं में से एक है। 13 अप्रैल को हुई इस घटना में जनरल डायर ने शांति से प्रदर्शन कर रहे निहत्थे लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलवाईं थीं। इसमें लगभग 400 लोग मारे गए थे।
रविवार को जामिया के छात्रों पर पुलिस ने की थी बर्बर कार्रवाई
बता दें कि नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर के छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों के ऐसे ही एक प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी और कुछ अज्ञात लोगों ने DTC की तीन बसों को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस रात को जामिया यूनिवर्सिटी के कैंपस में घुस गई और छात्रों के बर्बर कार्रवाई की। पुलिस लाइब्रेरी और हॉस्टल तक में घुस गई और छात्रों के साथ अपराधियों जैसा सलूक किया।
200 छात्र हुए घायल, एक को लगी गोली
जामिया यूनिवर्सिटी की कुलपति नजमा अख्तर ने पुलिस की इस कार्रवाई में 200 छात्रों के घायल होने की बात कही है। इसके अलावा एक छात्र समेत दो लोगों को गोली लगने की बात भी सामने आई है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भी जामिया जैसी कार्रवाई
रविवार रात को पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई की खबर जब बाहर आई तो देश के कई विश्वविद्यालयों के छात्र रात को ही सड़क पर उतर आए। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के छात्र भी जामिया के छात्रों के समर्थन में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। इसके बाद पुलिस के AMU कैंपस में घुसकर जामिया यूनिवर्सिटी की तरह हमले के आरोप लग रहे हैं।