अब हर साल नेताजी की जयंती से शुरू होगा गणतंत्र दिवस समारोह
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने फैसला किया है कि अब से हर साल गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत 24 जनवरी की जगह 23 जनवरी से होगी।
23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती होती है और अब से हर साल उनकी जयंती से देश में गणतंत्र दिवस समारोह शुरू होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि नेताजी का जन्म 23 जनवरी 1897 को हुआ था और उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
जानकारी
29 जनवरी तक चलता है समारोह
अभी तक 24 जनवरी से शुरू होने वाला गणतंत्र दिवस समारोह 29 जनवरी तक चलता है।
29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम के साथ इस आयोजन का समापन होता है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रपति होते हैं और इसमें सेना के तीनों अंग पारंपरिक धुन बजाते हुए मार्च करते हैं।
कार्यक्रम की समाप्ति पर राष्ट्रपति से औपचारिक अनुमति मिलने के साथ ही गणतंत्र दिवस आयोजन का समापन हो जाता है।
क्या आप जानते हैं?
इन दिवसों का ऐलान कर चुकी है मोदी सरकार
हालिया सालों में केंद्र सरकार कई दिवसों का ऐलान कर चुकी है। इनमें 14 अगस्त को विभाजन भयावह स्मृति दिवस, 31 अक्टूबर को एकता दिवस, 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस, 26 नवंबर को संविधान दिवस और 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस शामिल है।
कोरोना संकट
गणतंत्र दिवस पर रहेगा महामारी का साया
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार दूसरे साल राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस समारोह कोरोना वायरस महामारी के साये में मनाया जाएगा।
पिछली साल समारोह महामारी के कम होते मामलों के बीच मनाया गया था तो इस बार मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है।
इस साल गणतंत्र दिवस परेड में पिछले साल के 25,000 लोगों की तुलना में 24,000 लोगों को शामिल होने की अनुमति मिलेगी और इन सभी लोगों को समारोह में कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा।
गणतंत्र दिवस
प्रतिभागियों के लिए पूर्ण वैक्सीनेशन अनिवार्य
समारोह प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि सभी सांस्कृतिक प्रतिभागियों और सशस्त्र बलों के जवानों के लिए वैक्सीन की दोनों खुराकें अनिवार्य की गई है।
इसके अलावा कार्यक्रम से पहले उन सभी का कोरोना टेस्ट भी किया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए दर्शकों को छह फीट की दूरी पर बैठाया जाएगा और मास्क अनिवार्य होगा।
इसी तरह पूरे समारोह स्थल को सैनेटाइज किया जाएगा और बैठने की जगहों पर सैनिटाइजर डिस्पेंसर लगाए जाएंगे।
जानकारी
विदेशी मुख्य अतिथि के बिना ही आयोजित हो सकता है समारोह
द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पिछली बार की तरह ही इस बार भी राष्ट्रीय समारोह बिना किसी विदेशी मुख्य अतिथि की उपस्थिति के ही आयोजित किया जा सकता है।
हालांकि, सरकार ने कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कसीम जोमार्ट टोकायव, उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिर्जियोयेव, ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन, तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति गुरबांगुली बर्दीमुहामेदो और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सदिर जपारोव को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने की तैयारी की है, लेकिन अभी तक उनकी उपस्थिति निश्चित नहीं हुई है।