कोरोना वायरस के बीच सोमवार से खुलेंगे धार्मिक स्थल, की जा रही ये तैयारियां
देश में कोरोना वायरस के कारण लागू किए गए लॉकडाउन में जब से ढील देना शुरू किया है, तब से ही प्रतिदिन संक्रमित और मृतकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हो रही है। इसके बाद भी सरकार ने 'अनलॉक 1' लागू कर दिया और सोमवार से धार्मिक स्थलों को खोलने की मंजूरी दे दी। ऐसे में अब खतरा और भी बढ़ जाएगा। इसी बीच धार्मिक स्थलों पर लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए आवश्यक तैयारियां की जा रही है।
गृह मंत्रालय ने धार्मिक स्थलों के लिए जारी की है यह गाइडलाइंस
गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को धार्मिक स्थलों को लेकर जारी गई गाइडलाइंस में कहा गया है कि प्रवेश द्वार पर सेनेटाइजर का इंतजाम करना होगा। इसके साथ ही सोशल डिस्टैंसिंग, जूतों को अलग रखने की व्यवस्था, मूर्तियों और धार्मिक ग्रंथों को नहीं छूने देने, प्रसाद या पवित्र जल का छिड़काव रोकने, सामूहिक प्रार्थना रोकने, प्रार्थना के लिए घर से चटाई लाने की व्यवस्था करनी होगी। इसी तरह मास्क लगाना अनिवार्य होगा और थूंकने पर पाबंद होगी।
धार्मिक स्थलों पर की जा रही तैयारियां
गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के जारी होने के बाद प्रवेश के दौरान श्रद्धालुओं को सैनिटाइज करने के लिए देश के कई बड़े मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च के प्रवेश द्वार पर सैनिटाइज टनल बनाई जा रही हैं। इसके अलावा कई धार्मिक स्थानों पर सोशल डिस्टैंसिंग की पालना के लिए पर्याप्त दूरी पर गोले भी बनाए जा रहे हैं, ताकि लोग इसमें खड़े होकर उचित दूरी बनाए रखें। इसी तरह साज-सज्जा का कार्य भी किया जा रहा है।
यहां शुरू हुआ सजावट का कार्य
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के साईं मंदिर, झंडेवालान मंदिर, मुंबई की हाजी अली दरगाह, माहिम दरगाह और सिद्धिविनायक मंदिर, चेन्नई का RC चर्च, पंचकूला के नाडा साहिब गुरुद्वारा और भोपाल के वैष्मवधाम नवदुर्गा मंदिर में सजावट का काम शुरू हो गया।
सोशल डिस्टैंसिंग के लिए की जा रही पूरी तैयारी
दिल्ली के सेंट थॉमस चर्च के प्रशासकों ने कहा कि चर्च में प्रवेश के लिए सोशल डिस्टैंसिंग का उचित ख्याल रखा जाएगा। इसके लिए विशेष योजना बनाई जा रही है। दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर के महंत जगन्नाथ दास ने कहा कि एक बार में पांच से 10 श्रद्धालुओं को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति होगी। श्रद्धालुओं को प्रवेश पास लेना होगा, फिर सैनिटाइज टनल से गुजरना होगा। कोरोना के मद्देनजर मंदिर में प्रसाद का वितरण नहीं होगा।
दिन में पांच बार किया जा रहा है सैनिटाइजेशन का कार्य
पंजाब के अमृतसर स्थित दुर्गा मंदिर के पुजारी ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए मंदिर को प्रतिदिन पांच बार सैनिटाइज किया जा रहा है। श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टैंसिंग का पालन कराने के लिए पाबंद किया जाएगा। मंबई की हाजी अली दरगाह के मौलवी ने बताया कि पूरी दरगाहर में सैनिटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है। नमाज के दौरान सोलश डिस्टैंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा। सभी को अपनी चटाई साथ लाने के लिए कहा गया है।
ट्रायल के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोजा जाएगा मंदिर
तिरुमला स्थित प्रसिद्ध वेंकटेश्वर मंदिर में आठ जून से तीन दिनों तक ट्रायल किया जाएगा। मंदिर 11 जून से श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। प्रतिदिन छह-सात हजार श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति होगी। पहले यहां प्रतिदिन 60-70 हजार श्रद्घालु पहुंचते थे। तिरूपति देवस्थानम के चेयरमैन वाईवी सुबा रेड्डी ने बताया कि हर घंटे 500 लोगों को दर्शन की इजाजत होगी। मंदिर में 10 साल से कम और 65 साल से अधिक उम्र के लोगों का प्रवेश वर्जित रहेगा।
सरकार करेगी चार धाम यात्रा पर फैसला
उत्तराखंड सरकार सोमवार के बाद चारधाम यात्रा को सीमित, नियंत्रित और सुरक्षित रूप से शुरू करने पर मंथन कर रही है। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि परिस्थितियों के अनुरूप यात्रा को लेकर फैसला लिया जाएगा। यात्रा में केंद्रीय गाइडलाइन के तहत ही श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश समेत अन्य शहरों में स्थित मंदिरों को खोलने की तैयारियां तेज हो गई है।