लॉकडाउन के बाद दोबारा स्कूल खुलने पर ऐसे होगी पढ़ाई, इन बातों का रखा जाएगा ध्यान
कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरे देश में लागू लॉकडाउन का चौथा चरण खत्म हो चुका है और एक जून से अनलॉक 1 शुरू हो गया है, जिसमें कई रियायतें दी गई हैं। वहीं अभी स्कूल और कॉलेज खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। जुलाई में स्कूल खुल सकते हैं, लेकिन ऐसी परिस्थिति में कैसे पढ़ाई होगी, यह सवाल सबको परेशान कर रहा है। स्कूल खुलने के बाद सुरक्षा को ध्यान में रखकर छात्रों को पढ़ाया जाएगा।
शिफ्ट में होगी पढ़ाई
दोबारा स्कूल खुलने पर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए आधे-आधे छात्रों की क्लास लगाई जाएगी। जैसे अगर किसी क्लास में 50 बच्चे हैं तो एक बार में केवल 25 बच्चों की ही बुलाया जाएगा। ऐसा करने के लिए अधिक क्लासरुम और शिक्षकों की आवश्कता पड़ेगी। इस कारण क्लासेज दो शिफ्ट (सुबह और शाम) में लगाई जा सकती हैं ताकि उतने शिक्षकों और क्लासरूम के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर छात्रों को पढ़ाया जा सके।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए दो माध्यमों में हो सकती है पढ़ाई
इसके साथ ही आधे-आधे बच्चों को स्कूल बुलाकर पढ़ाने की योजना को और बेहतर बनाने के लिए दो माध्यमों में पढ़ाया जा सकता है। आधे छात्रों को ऑनलाइन और आधे को ऑफलाइन माध्यम में पढ़ाने की योजना बनाई जा रही है। इससे स्कूलों को भी आधे-आधे बच्चों को पढ़ाने में परेशानी नहीं आएगी और वे अच्छे से पढ़ पाएंगे। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन भी हो सकेगा।
सप्ताह में छह दिन खुलेंगे स्कूल
कुछ स्कूल सप्ताह में पांच दिन ही खुलते हैं, लेकिन अब उन्हें भी छह दिन खोलने पर विचार किया जा रहा है, क्योंकि मध्य मार्च से स्कूल बंद हैं। जिस कारण पहले ही छात्रों की पढ़ाई का काफी नुकसान हो चुका है। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि यह नियम शिक्षकों के लिए या बच्चों के लिए लागू होगा। अगर ऐसा हुआ तो सिलेबस को जल्द खत्म किया जा सकेगा और इससे छात्रों को काफी मदद मिलेगी।
ट्रांसपोर्ट को किया जा सकता है सीमित
ऊपर बताई गई चीजों के अलावा स्कूल ट्रांसपोर्ट को सीमित करने पर भी विचार कर रहे हैं। जो बच्चे ट्रांसपोर्ट के जरिए आते थे। अब उनके माता-पिता को उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ सकता है। छोटे बच्चे कोरोना वायरस से बचने के लिए सभी सावधानियों का ध्यान नहीं रख पाएंगे, इसलिए इन बातों पर विचार किया जा रहा है। स्कूलों में अब आपको कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं ताकि छात्रों को सुरक्षित रखा जा सके।
इस बातों का रखा जाएगा खास ध्यान
छात्रों को क्लासेज में मास्क पहनना अनिवार्य होगा। शुरूआत में स्कूल कैंटीन नहीं खुलेगी और खाना घर से लाना होगा। इसके साथ ही माता-पिता को स्कूल के अंदर आने की अनुमति नहीं होगी। कैंपस में आने के लिए कई गेट होंगे ताकि भीड़ इकट्ठा न हो पाएं। पहले कुछ महीनों में मॉर्निंग असेंबली भी प्रतिबंधित रहेगी। कैंपस में विभिन्न जगहों पर हैंड सैनिटाइजेशन स्टेशन होंगे। इसके अलावा क्लासरूम भी सैनिटाईज किये जाएंगे।
बड़े बच्चों के लिए पहले खुलेंगे स्कूल
खबरों के अनुसार सबसे पहले ग्रीन और ऑरेंज जोन में स्कूल खोले जाने की योजना बनाई जा रही है। बड़े छात्रों के लिए क्लासेज फिर से शुरू होंगी और प्राइमरी क्लासेज स्थिति सही होने के बाद ही लगाईं जाएंगी। छोटे बच्चों के लिए स्कूल न खोलने का फैसला सुरक्षा को देखते हुए लिया गया है। जुलाई में 8वीं-12वीं तक के छात्रों के लिए रेगुलर क्लासेज शुरू हो सकती हैं। बाकी के बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज के जरिए ही पढ़ाया जाएगा।