जयपुर के डॉक्टरों ने HIV की दवा से किया कोरोना वायरस संक्रमित महिला का इलाज
कोरोना वायरस (COVID-19) से प्रतिदिन बढ़ती मृतकों और संक्रमितों की संख्या के कारण पूरी दुनिया में इसकी दहशत फैली हुई है। वैज्ञानिकों की ओर से इसकी वैक्सीन या उपचार ढूंढने के अथक प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक इसका आधिकारिक इलाज नहीं मिल सका है। इसके उलट राजस्थान के जयपुर स्थित सवाई मानसिंह अस्तपाल (SMS अस्पताल) के चिकित्सकों ने मलेरिया-स्वाइन फ्लू और एड्स की दवाओं से इटली की कोरोना संक्रमित महिला का इलाज कर दिया।
राजस्थान घूमने आया था इटली के 23 पर्यटकों का दल
इटली के 23 पर्यटकों का दल गत 21 फरवरी को भारत आया था। इसके बाद सभी पर्यटक बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, उदयपुर की यात्रा करते हुए 28 फरवरी को जयपुर पहुंचे थे। उस दिन 69 वर्षीय एक पर्यटक की तबीयत बिगड़ गई। जांच में उसके कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। बाद में उनकी 65 वर्षीय पत्नी की जांच की गई तो वह भी कोरोना से संक्रमित पाई गई। इसके बाद से उनका SMS अस्पताल में उपचार चल रहा है।
चिकित्सकों ने कई घंटों तक बैठक कर किया दवाई देने का निर्णय
स्वास्थ्य विभाग के अडिशनल चीफ सेक्रेटरी रोहित कुमार सिंह बताया कि चिकित्सकों ने इलाज के लिए दी जाने वाली दवा के लिए कई घंटों तक बैठक की। उस दौरान चिकित्सकों ने कई मेडिकल जर्नलस के पन्ने पलटे और गूगल की भी मदद ली। बाद में चिकित्सकों ने एड्स में काम आने वाली लोपिनाविर 200mg/रिटोनाविर 50mg की दिन में दो खुराक और स्वाई फ्लू में काम आने वाली ओस्लेटामिविर और मलेरिया की दवा क्लोरीकीन देने का निर्णय लिया।
मरीज को नियमित निगरानी में रखा
SMS मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और कंट्रोलर डॉ सुधीर भंडारी और चिकित्सक प्रकाश केसवानी ने बताया कि उपचार शुरू करने के बाद मरीजों की 24 घंटे निगरानी की गई। दवाओं से मरीज की हालत में सुधार दिखा तो खुराक को नियमित कर दिया गया। चार दिन में महिला बिना ऑक्सीजन से सांस लेने लग गई और आठ दिन बाद वह पूरी तरह से ठीक हो गई। इसके बाद उसकी जांच कराई तो उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
महिला के पति की रिकवरी में लग रहा समय
SMS अस्पताल के डॉ सुधीर भंडारी ने बताया कि उपचार के बाद महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आना अस्पताल के चिकित्सकों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। महिला को अब आइसोलेशन वार्ड से सामान्य वार्ड में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। उधर, दवाओं के लगातार उपयोग से महिला के पति की हालत में भी सुधार हुआ है, लेकिन उनके लंग्स की बीमारी होने के कारण रिकवरी में समय लग रहा है। महिला अभी उनके साथ ही रहना चाहती है।
दवा की जानकारी लेने के लिए विदेशों से आ रहे हैं फोन
SMS अस्पताल के चिकित्सक प्रकाश केसवानी ने बताया कि महिला की रिपोर्ट की पुष्टि करने के लिए पूणे स्थित लैब में भी जांच कराई गई, इसमें भी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इन दवाओं से कोरोना मरीज को ठीक कर देना चिकित्सकों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। मरीज के ठीक होने के बाद अब उनके पास विदेशों के डॉक्टरों के फोन और ईमेल आ रहे हैं। वो सब महिला मरीज को दी गई दवा की पूरी जानकारी ले रहे हैं।
कोरोना से अब तक हुई 4,614 लोगों की मौत
दुनिया में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब तक पूरी दुनिया में इससे 4,614 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई है और 70 से अधिक इससे संक्रमित बताए जा रहे हैं, जबकि पूरी दुनिया में सवा लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे महामारी घोषित कर दिया है।