भारत में 35 सालों में पहली बार सालाना बिजली के उपभोग में आई कमी
क्या है खबर?
भारत में पिछले साल आई कोरोना वायरस महामारी के कारण बिजली के उपभोग में भी कमी आई है।
महामारी से बचाव के लिए लागू किए गए लॉकडाउन से वित्त वर्ष 2020-21 में बिजली के सालाना उपभोग में 35 साल में पहली बार गिरावट दर्ज की गई है।
यही कारण है कि देश में वित्त वर्ष में बिजली उत्पादन में 0.2 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। हालांकि, पिछले छह महीनों में बिजली की मांग में बढ़ोतरी हो रही है।
पृष्ठभूमि
प्रधानमंत्री मोदी ने 24 मार्च, 2020 को की थी लॉकडाउन की घोषणा
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च, 2020 की रात 8 बजे देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसके कारण सभी उद्योग और ऑफिस बंद हो गए थे। सरकारी कार्यालयों में काम बंद हो गया था।
इसके कारण बिजली के उपयोग में कमी आना शुरू हो गया था। हालांकि, अगस्त में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से बिजली की मांग में फिर से इजाफा शुरू हो गया था।
डाटा
बिजली उत्पादन में आई 0.2 प्रतिशत की गिरावट
NDTV के अनुसार फेडरल ग्रिड ऑपरेटर POSOCO से दैनिक लोड डिस्पैच डाटा के विश्लेषण में सामने आया कि वित्त वर्ष 2020-21 में 2019-20 की तुलना में बिजली के उत्पादन में 0.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
इसके अलावा मार्च से अगस्त के बीच की लॉकडाउन अवधि में उत्पादन में 6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। डाटा के अनुसार उपभोग में कमी के कारण ही उत्पादन में गिरावट आई थी।
इजाफा
मार्च में बिजली की मांग में हुआ 23.3 प्रतिशत का इजाफा
डाटा के अनुसार मार्च 2021 में पिछले साल की तुलना में बिजली की मांग में 23.3 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है। यह वित्त वर्ष में लगातार सातवीं मासिक वृद्धि रही है।
अगस्त के लॉकडाउन के खत्म होने के बाद से प्रत्येक महीने बिजली की मांग में इजाफा हो रहा है और यह साल 2010 के बाद से सबसे अधिक मासिक वृद्धि रही है।
इससे साफ है कि लॉकडाउन ने बिजली के उपभोग को काफी कम कर दिया था।
उत्पादन
बिजली उत्पाद में तेजी से हो रही बढ़ोतरी
डाटा के अनुसार मार्च 2021 में बिजली का उत्पादन पिछले छह महीनों की तुलना में बहुत अधिक तेजी से बढ़ा है।
साल 2020 में लॉकडाउन के कारण बिजली के उपभोग में कमी के कारण उत्पादन भी गिर गया था।
इसी तरह उत्तर भारत में मार्च में ही तेजी से बढ़ रहे तापमान के कारण भी बिजली की मांग में बढ़ोतरी हो रही है।
ऐसे में आने वाले समय में बिजली की मांग और उत्पादन में बढ़ोतरी होने की संभावना है।