कोरोना वायरस महामारी की बिगड़ती स्थिति पर प्रधानमंत्री मोदी ने की उच्च स्तरीय बैठक
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में कोरोना वायरस महामारी और वैक्सीनेशन की स्थिति पर उच्च स्तरीय बैठक की। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच हुई इस बैठक में केंद्र सरकार के सभी शीर्ष अधिकारी शामिल रहे।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव प्रमोद कुमार मिश्रा, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य डॉ विनोद पॉल भी शामिल हुए।
स्थिति
पहली लहर के चरम के बराबर पहुंच गई है दूसरी लहर
प्रधानमंत्री मोदी ये बैठक ऐसे समय पर की जब देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहा है और इसमें दैनिक मामले पहली लहर के चरम के बराबर पहुंच गए हैं।
शनिवार को देश में 93,249 नए मामले सामने आए जो मध्य सितंबर के बाद एक दिन में सामने आए सबसे अधिक नए मामले हैं। इसके अलावा दैनिक मौतों की संख्या भी 500 के आंकड़े को पार कर गई है और शनिवार को 513 मौतें हुईं।
राज्यों की स्थिति
आठ राज्यों में सामने आ रहे 81 प्रतिशत मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश के आठ राज्य ऐसे हैं जहां मामलों में अत्यधिक उछाल देखने को मिला है और 81 प्रतिशत से अधिक नए मामले इन्हीं राज्यों में सामने आ रहे हैं।
महाराष्ट्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, दिल्ली, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश ये राज्य हैं। सक्रिय मामलों में भी इन राज्यों की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत से अधिक है और केंद्र सरकार ने इन राज्यों से संक्रमण को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा है।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में स्थिति सबसे अधिक खराब
कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में स्थिति सबसे अधिक खराब है और यहां नए मामलों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। शनिवार को यहां 49,447 नए मामले सामने आए जो पहली लहर के चरण के दोगुने से भी अधिक हैं।
अभी महाराष्ट्र में 4,02,552 सक्रिय मामले हैं जो पूरे देश के सक्रिय मामलों के 58.20 प्रतिशत हैं। मामलों में तेज उछाल के कारण यहां ऑक्सीजन और अन्य इंतजामों की कमी पड़ने लगी है।
कारण
इन चीजों का माना जा रहा दूसरी लहर का कारण
संक्रमण की इस दूसरी लहर के लिए लोगों के लापरवाह रवैये और म्यूटेंट वेरिएंट्स को जिम्मेदार माना जा रहा है। ज्यादातर लोग न मास्क पहन रहे हैं और न सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और ये संक्रमण फैलने का एक स्पष्ट कारण है।
वहीं देश में डबल म्यूटेंट वेरिएंट्स समेत कई नए वेरिएंट्स भी पाए गए हैं, हालांकि अभी तक इनके और मामलों में उछाल के बीच कोई संबंध का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है।
जानकारी
कई राज्यों ने लगाई हैं कड़ी पाबंदियां
संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए राज्यों ने कड़ी पाबंदियां भी लगाई हैं और नाइट कर्फ्यू और स्कूलों को बंद करने जैसे कई कदम उठाए गए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मामले नियंत्रण में न आने पर लॉकडाउन लगाने की चेतावनी दी है।