
SCO सम्मेलन: पाकिस्तान-चीन की मौजूदगी में प्रधानमंत्री मोदी बोले- आतंकवाद पर दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। इस सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सहित अन्य सदस्य देशों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
SCO शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की अप्रत्यक्ष अलोचना की। उन्होंने कहा कि कुछ देश आतंकवादियों को पनाह देते हैं और यह क्षेत्रीय शांति के लिए बड़ा खतरा है।
संबोधन
प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "सभी देशों को मिलकर आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने के लिए सहयोग करने की आवश्यकता है। आतंकवाद क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए खतरा है। हमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ना होगा।"
उन्होंने कहा, "कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के साधन के रूप में इस्तेमाल करते हैं और आतंकवादियों को आश्रय देते हैं। SCO को ऐसे देशों की आलोचना करने में संकोच नहीं करना चाहिए। आतंकवाद पर कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए।"
AI
प्रधानमंत्री ने AI-आधारित भाषा मंच का किया जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में भारत के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित भाषा मंच 'भाषिनी' का जिक्र किया।
उन्होंने कहा, "हमें SCO के भीतर भाषा संबंधी बाधाओं को दूर करने के लिए भारत के AI-आधारित भाषा मंच भाषिनी को सभी के साथ साझा करने में खुशी होगी। यह डिजिटल प्रौद्योगिकी और समावेशी विकास का एक उदाहरण बन सकता है।"
उन्होंंने कहा, "यह तकनीक SCO और अन्य वैश्विक संस्थानों के भीतर सुधारों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।"
ईरान
प्रधानमंत्री ने ईरान का शिखर सम्मेलन में किया स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मुझे खुशी है कि ईरान आज SCO शिखर सम्मेलन में शामिल है। साथ ही हम बेलारूस को SCO में शामिल करने के ज्ञापन पर हस्ताक्षर का स्वागत करते हैं। यह आवश्यक है कि SCO का पूरा ध्यान मध्य एशियाई देशों के हितों पर केंद्रित रहे।"
उन्होंने कहा, "भारत ने SCO में सहयोग के लिए 5 नए स्तंभ बनाए हैं। इनमें स्टार्टअप और नवाचार, पारंपरिक औषधि, युवा सशक्तिकरण, डिजिटल समावेश और साझा बौद्ध विरासत शामिल है।"
चिंता
प्रधानमंत्री ने अफगानिस्तान के हालात पर जताई चिंता
प्रधानमंत्री मोदी ने SCO शिखर सम्मेलन के अपने संबोधन में अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर चिंता जताई।
उन्होंने कहा, "भारत-अफगानिस्तान के बीच सदियों से मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। पिछले 2 दशकों में हमने अफगानिस्तान के आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान दिया है।"
उन्होंने आगे कहा, "अफगानिस्तान को लेकर भारत की चिंताएं भी SCO के अन्य सदस्यों की तरह हैं। अफगानी नागरिकों के अधिकारों को सुरक्षित करना हमारी साझा प्राथमिकताओं में शामिल है।"
SCO
क्या है SCO?
शंघाई सहयोग संगठन का गठन 15 जून, 2001 में हुआ था। तब चीन, रूस और 4 मध्य एशियाई देशों, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान, ने इस संगठन की स्थापना की थी।
इसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सैन्य सहयोग को बढ़ावा देकर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखना है।
साल 2017 में इस संगठन में भारत और पाकिस्तान को सदस्य देश का दर्जा दिया गया था। इसमें कुल सदस्य देशों की संख्या 8 है।