कोरोना वायरस के कारण होली मिलन कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगे प्रधानमंत्री मोदी
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वे इससे बचने के लिए किसी भी होली मिलन कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'दुनियाभर के विशेषज्ञों ने COVID-19 नोवल कोरोना वायरस के प्रसार से बचने के लिए बड़े समूहों में इकट्ठा न होने की सलाह दी है। इसलिए मैंने इस साल किसी भी होली मिलन कार्यक्रम में शामिन नहीं होने का फैसला किया है।'
अमित शाह भी नहीं लेंगे किसी होली मिलन समारोह में हिस्सा
प्रधानमंत्री मोदी की तर्ज पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी होली के कार्यक्रमों ने शामिल न होने का फैसला किया है। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'होली हम भारतीयों के लिए बेहद अहम त्योहार है लेकिन कोरोना वायरस को देखते हुए मैंने इस साल किसी भी होली मिलन समारोह में हिस्सा न लेने का फैसला लिया है। मैं अन्य सभी से भी सार्वजनिक सभा से बचने और अपना और अपने परिवार का अच्छा ख्याल रखने की अपील करता हूं।'
जेपी नड्डा और केजरीवाल भी नहीं बनाएंगे होली
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी ट्वीट कर कहा है कि वे इस साल न तो किसी होली मिलन कार्यक्रम में शामिल होंगे, न ऐसे किसी कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी होली नहीं बनाने का निर्णय लिया है।
भारत में अब तक 21 मामले
बता दें कि भारत में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 21 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 16 इटली के यात्री हैं, वहीं अन्य छह भारतीय हैं। संक्रमित भारतीयों में केरल के तीन छात्र शामिल थे जो उपचार के बाद ठीक हो गए। वहीं सोमवार को दिल्ली और तेलंगाना के एक-एक व्यक्ति को वायरस से संक्रमित पाया गया। इन दोनों शख्सों को अस्पताल में अलग रखकर उन पर निगरानी रखी जा रही है।
तेलंगाना के संक्रमित शख्स के संपर्क में आए 36 लोगों में मिले लक्षण
संक्रमित व्यक्ति जिस किसी के भी संपर्क में आए, उनमें भी कोरोना वायरस के लक्षणों की जांच की जा रही है। वायरस से संक्रमित तेलंगाना के इंजीनियर के संपर्क में आए 88 लोगों में से 36 में वायरस के 'कुछ लक्षण' पाए गए हैं। उनकी अंतिम जांच रिपोर्ट आज आएगी। जिन लोगों में लक्षण पाए गए हैं उनमें इंजीनियर के परिवार के सदस्य और वे लोग शामिल हैं जिन्होंने उसके साथ बेंगलुरू से हैदराबाद तक बस में सफर किया था।
इन देशों से आने वालों के लिए स्क्रीनिंग जरूरी
इसके अलावा भारत में प्रवेश करने वाली सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों को अपने बारे में पूरी जानकारी यानी नाम, पता और मोबाइल नंबर आदि ब्यौरा देना होगा। वही चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, ईरान, इटली, हांगकांग, मकाऊ वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, नेपाल, थाईलैंड, सिंगापुर और ताइवान से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से आने वाले यात्रियों को मेडिकल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। सरकार ने भारतीय नागरिकों को चीन, ईरान, दक्षिण कोरिया और इटली जाने से बचने को कहा है।
दिल्ली में संक्रमित शख्स के छह रिश्तेदारों में भी कोरोना के लक्षण
वहीं दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित शख्स के छह रिश्तेदारों में भी कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं। इटली से लौटा यह शख्स नोएडा के एक स्कूल में भी गया था। उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की जानकारी सामने आने के बाद स्कूल को बंद कर दिया गया है। ये शख्स आगरा भी गया था और यहां रहने वाले उसके छह रिश्तेदारों में वायरस के लक्षण मिले हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जयपुर में 11 लोग एकांत में रखे गए
इसके अलावा जयपुर में भी 11 लोगों को एकांत में रखा गया है और उनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें से सात भारत के, दो इटली के, एक-एक जापान और हांगकांग के नागरिक हैं। अधिकारियों ने बताया कि चारों विदेशी जापान भी गए थे। इन्होंने खुद आकर अधिकारियों से स्क्रीनिंग की बात कही, जिसके बाद इन्हें राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस अस्पताल में रखा गया है। इनकी रिपोर्ट भी आज आएगी।
कैसी हैं तैयारियां?
केंद्र सरकार कोरोना वायरस को फैलने से रोकने की तैयारियों में जुटी हुई है और खुद केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन पूरी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। वायरस से संक्रमण की जांच के लिए 15 टेस्ट सेंटर बनाए गए हैं और जल्द ही ये संख्या 19 पहुंच जाएगी। हर्षवर्धन ने जरूरत पड़ने पर 50 टेस्ट सेंटर बनाने की बात कही है। इस बीच खुद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों से दहशत में न आने की अपील की है।