दिल्ली: हिंसा प्रभावित चांद बाग के नाले में मिला 26 वर्षीय IB अधिकारी का शव
क्या है खबर?
हिंसा से प्रभावित उत्तर-पूर्व दिल्ली के चांद बाग के एक नाले से इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) के एक 26 वर्षीय अधिकारी का शव मिला है।
मृत अधिकारी का नाम अंकित शर्मा है और वो IB में सुरक्षा सहायक के पद पर तैनात थे।
मंगलवार को ड्यूटी पर जाने के बाद से वे वापस नहीं लौटे थे और तभी से उनका परिवार उनकी तलाश कर रहा था।
पुलिस ने उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए गुरु तेग बहादुर अस्पताल भेजा है।
रिपोर्ट
काम से लौटते वक्त कुछ लोगों ने किया अंकित पर हमला
अधिकारियों के अनुसार, अंकित शर्मा खजूरी में रहते थे। मंगलवार शाम को जब वे ड्यूटी से वापस लौट रहे थे, तभी चांद बाग के पुल पर कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और उन पर हमला किया।
पुलिस के अनुसार, हमलवारों ने पीटने के बाद उन्हें गोली मार दी और शव को वहीं नाले में फेंक दिया।
इस बीच अंकित का परिवार उनकी तलाश करता रहा और बुधवार सुबह उनके शव को नाले से बरामद किया गया।
जानकारी
अंकित के पिता ने AAP नेता के समर्थकों पर लगाया हत्या का आरोप
अंकित 2017 में IB में शामिल हुए थे और उनकी शादी नहीं हुई थी। उनके पिता रविंदर शर्मा भी IB में हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के एक नेता के समर्थकों पर अंकित की हत्या करने का आरोप लगाया है।
हिंसा
तीन दिन से सुलग रही है उत्तर-पूर्व दिल्ली
बता दें कि पिछले तीन दिनों से उत्तर-पूर्व दिल्ली के कई इलाकों में नागरिकता कानून (CAA) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा हो रही है।
जाफराबाद में लगभग 500 महिलाओं के CAA के खिलाफ एक सड़क पर धरने पर बैठने के बाद इस तनाव की शुरूआत हुई थी।
रविवार को भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने CAA समर्थकों को इस धरने के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। तभी से कई इलाकों में हिंसा जारी है।
मौत
अब तक 20 लोगों की मौत, मृत हेड कांस्टेबल को दिया गया शहीद का दर्जा
इस हिंसा में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 250 से अधिक घायल हुए हैं।
मरने वालों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतनलाल भी शामिल हैं जिनकी सोमवार को गोली लगने से मौत हुई।
केंद्र सरकार ने उन्हें शहीद का दर्जा देने का फैसला किया है। इसके अलावा उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी और परिवार को एक करोड़ रुपये की मुआवजा देने का ऐलान भी किया गया है।
हालात पर नियंत्रण
केजरीवाल ने की सेना बुलाने की मांग
दिल्ली पुलिस के हिंसा रोकने में नाकाम रहने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गृह मंत्रालय से सेना बुलाने की मांग की है।
ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा, 'स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। पुलिस पूरी कोशिशों के बावजूद स्थिति पर नियंत्रण पाने और भरोसा कायम करने में असफल रही है। सेना को बुलाया जाना चाहिए और हिंसा प्रभावित इलाकों में तुरंत कर्फ्यू लगाया जाना चाहिए। मैं इस संबंध में गृह मंत्री अमित शाह को लिख रहा हूं।'