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लॉकडाउन: प्रधानमंत्री मोदी ने मिलाया मनमोहन सिंह, प्रणब मुखर्जी समेत तमाम बड़े नेताओं को फोन

लॉकडाउन: प्रधानमंत्री मोदी ने मिलाया मनमोहन सिंह, प्रणब मुखर्जी समेत तमाम बड़े नेताओं को फोन

Apr 05, 2020
05:46 pm

क्या है खबर?

कोरोना वायरस को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो पूर्व राष्ट्रपतियों और दो पूर्व प्रधानमंत्रियों समेत तमाम बड़े नेताओं को फोन मिलाया और उनसे देश के सामने खड़े इस संकट पर बातचीत की। प्रणब मुखर्जी और प्रतिभा पाटिल वे दो पूर्व राष्ट्रपति रहे जिन्हें प्रधानमंत्री मोदी ने फोन किया। वहीं मनमोहन सिंह और एचडी देवगौड़ा वे दो पूर्व प्रधानमंत्री रहे जिन्होंने फोन पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत की।

अन्य नेता

इन नेताओं से भी फोन पर बातचीत

प्रधानमंत्री मोदी ने इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, DMK प्रमुख एमके स्टालिन और शिरोमणी अकाली दल प्रमुख प्रकाश सिंह बादल को भी फोन मिलाया। उन्होंने तृणमूूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बीजू जनता दल (BJD) प्रमुख और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से भी फोन पर बातचीत की।

अटकलें

लॉकडाउन खत्म होने के बाद की स्थिति पर हुआ विचार विमर्श

प्रधानमंत्री मोदी ने इन नेताओं से क्या बातचीत की, इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने लॉकडाउन और इसे हटाने को लेकर इन नेताओं से विचार विमर्श किया। 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद क्या कदम उठाए जाएं और किस तरह लॉकडाउन को खोला जाएगा, इस पर केंद्र सरकार गहनता से विचार कर रही है और प्रधानमंत्री मोदी ने इसी संबंध में इन नेताओं से बातचीत की।

जानकारी

प्रधानमंत्री ने बुधवार को बुलाई सभी पार्टियों की बैठक

प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को संसद की सभी बड़ी राजनीतिक पार्टियों की बैठक भी बुलाई है जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी। ये सब ऐसे समय पर हो रहा है जब कई नेता प्रधानमंत्री पर विपक्ष को विश्वास में न लेने का आरोप लगा चुके हैं।

लॉकडाउन

आज लॉकडाउन का 12वां दिन

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा घोषित 21 दिन के राष्ट्रीय लॉकडाउन का आज 12वां दिन है। ये लॉकडाउन 14 अप्रैल तक चलना है। लॉकडाउन के शुरूआती दिनों में शहरों में काम करने वाले लाखों प्रवासी मजदूरों के गांव की तरफ पलायन करने से बड़ी समस्या पैदा हुई थी। इसके अलावा देश के कुछ इलाकों में कई लोगों को उल्लंघन करते हुए पाया गया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।

मुख्यमंत्रियों से चर्चा

मुख्यमंत्रियों से भी की थी लॉकडाउन को लेकर चर्चा

इस बीच लॉकडाउन के बाद की रणनीति के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारें तेजी से काम कर रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस संबंध में सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की थी जिसमें उन्होंने राज्यों से एक समान रणनीति बनाने को कहा। माना जा रहा है कि 14 अप्रैल को राष्ट्रीय लॉकडाउन खत्म होने के बाद कुछ इलाकों को कुछ छूटें दी जा सकती हैं, वहीं कोरोना का केंद्र बनी जगहों पर लॉकडाउन जारी रहेगा।

कोरोना का कहर

भारत में कोरोना वायरस की क्या स्थिति?

गौरतलब है कि भारत में पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं और रविवार सुबह नौ बजे तक 3,374 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 79 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 266 ठीक होकर घर जा चुके हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 490 मामले सामने आए हैं और 24 लोगों की मौत हो सकती है। कुल मामलों में से एक तिहाई 1,2013 मामले तबलीगी जमात से संबंधित हैं।