पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी समेत 3 को भारत रत्न, 4 को पद्म विभूषण
क्या है खबर?
गणतंत्र दिवस की पूर्वसंध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, जनसंघ के नेता एवं समाजसेवी नानाजी देशमुख और संगीतकार डॉ. भूपेन हजारिका को इस साल के भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की घोषणा की।
नानाजी और हजारिका को भारत रत्न मरणोपरांत दिया जाएगा।
इसके अलावा सरकार ने 4 हस्तियों को पद्म विभूषण, 14 को पद्म भूषण और 94 हस्तियों को पद्मश्री से नवाजने का फैसला लिया।
यह नागरिक पुरस्कार देश सेवा के लिए दिए जाते हैं।
राजनीति
पुरस्कार के सहारे राजनीति साधने की कोशिश?
अब तक के अपने कार्यकाल में मोदी सरकार ने केवल 2 हस्तियों, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक मदन मोहन मालवीय को ही भारत रत्न से सम्मानित किया था।
कार्यकाल के अंतिम साल में 3 हस्तियों खासकर प्रणब मुखर्जी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिए जाने पर इसके राजनीतिक मतलब देखे जा रहे हैं।
प्रणब और हजारिका पूर्वी भारत से आते हैं। चर्चा है कि सरकार पूर्वी भारत में अच्छा संदेश देना चाहती है।
पूर्वी भारत
पूर्वी भारत में अच्छा संदेश देने की कोशिश
कांग्रेस नेता रहे प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक भारत के राष्ट्रपति रहे थे। वह रक्षा, विदेश और वित्त जैसे अहम मंत्रालय भी संभाल चुके हैं।
प्रणब पश्चिम बंगाल से आते हैं जहां भाजपा अपनी राजनीतिक जगह बनाने की कोशिश कर रही है।
वहीं, लोकगायक भूपेन हजारिका असम के रहने वाले थे और आधुनिक समय के सबसे असरदार सांस्कृतिक हस्तियों में से एक माने जाते हैं।
भाजपा ने उनके जरिए असम की क्षेत्रीय अस्मिता को साधने की कोशिश की है।
नानाजी देशमुख
समाजसेवी और संघ प्रचारक रहे हैं नानाजी देशमुख
भारत रत्न पाने वाले तीसरे व्यक्ति नानाजी देशमुख लंबे समय तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रचारक रहे थे।
जनसंघ की स्थापना में उनका अहम योगदान था।
आपातकाल के तुंरत बाद हुए चुनावों में वह यूपी के बलरामपुर से सांसद भी चुने गए थे।
इसके बाद उन्होंने राजनीति से सन्यास लेते हुए जीवन समाज सेवा में अर्पित कर दिया और चित्रकूट जानकर बस गए।
27 फरवरी, 2010 को उनका यहीं पर देहांत हुआ।
वैचारिक सहमति
सरकार ने तोड़ा पुराना रिवाज
सम्मान पाने वाले प्रणब मुखर्जी जहां नेहरू की समाजवादी राजनीतिक सोच के समर्थक हैं, वहीं नानाजी ने दिन-रात हिंदू राष्ट्रवादी राजनीतिक सोच को बढ़ाने के लिए काम किया, जिसका फल भाजपा है।
सरकार ने उससे वैचारिक सहमति रखने वाली हस्तियों को ही भारत रत्न पुरस्कार दिए जाने की रिवाज को एक बार तोड़ा है।
इसके अलावा सरकार ने 4 हस्तियों को पद्म विभूषण और 14 को पद्म भूषण देने का ऐलान किया है।
पद्म अवार्ड
पद्म विभूषण और पद्म भूषण की पूरी लिस्ट
पद्म विभूषण- तीजन बाई, इस्माइल उमर गुलेह, अनिल कुमार मणिभाई नाइक और बलवंत मोहेश्वर पुरादरे।
पद्म भूषण- जॉन चेंबर, सुखदेव सिंह ढींढसा, प्रवीन गोर्द्धन, महाशय धर्मपाल गुलाटी, दर्शन लाल जैन, अशोक लक्ष्मणराव कुकड़े, करिया मुंडा, बुधातिया मुखर्जी, मोहनलाल विश्वनाथन नायर, एस.नंबी नारायण, कुलदीप नैयर (मरणोपरांत) बछेंद्री पाल, वी.के.शुंगलु, हुकूम देव नारायण यादव।
भारत रत्न के बाद पद्म विभूषण और पद्म भूषण देश के दूसरे और तीसरे नंबर के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार हैं।
जानकारी
94 हस्तियों को मिलेगा पद्मश्री
सरकार ने स्वर्गीय कादर खान, अभिनेता मनोज बाजपेयी, डांसर-फिल्ममेकर प्रभुदेवा, मशहूर गायक शंकर महादेवन, क्रिकेटर गौतम गंभीर, फुटबॉलर सुनील छेत्री और पहलवान बजरंग पुनिया समेत 94 हस्तियों को पद्मश्री देने का ऐलान किया है।
गीता मेहता
नवीन पटनायक की बहन ने पद्मश्री लेने से किया इनकार
प्रणब मुखर्जी ने देश का आभार व्यक्त करते हुए सम्मान स्वीकार किया है।
वहीं, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बड़ी बहन और प्रसिद्ध लेखिका गीता मेहता ने पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया है।
उनका कहना है कि यह पुरस्कार लेने का सही समय नहीं है क्योंकि लोकसभा चुनाव आने वाले हैं और इससे समाज में गलत संदेश जाएगा।