पेट्रोल और डीजल हुआ महंगा, दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचे दाम
अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों के बढ़ने के साथ ही देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी होना शुरू हो गया है। तेल कंपनियों ने लगातार पांचवें दिन रविवार को पट्रोल पर 28 पैसे और डीजल पर 29 पैसे पति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है। तेल कंपनियों ने 20 नवंबर के बाद से पेट्रोल-डीजल के दामों में 14वीं बार बढ़ोतरी की है। इससे पेट्रोल-डीजल के दाम दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं।
दिल्ली में 83.41 रुपये प्रति लीटर पहुंचा पेट्रोल
दामों के इजाफा करने के साथ ही दिल्ली में प्रेट्रोल की कीमत 83.13 रुपये से बढ़कर 83.41 रुपये और डीजल के दाम 73.32 रुपये से बढ़कर 73.61 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गए हैं। मुंबई में 26 पैसे की बढ़ोतरी के साथ पेट्रोल 89.78 रुपये और 27 पैसे की बढ़ोतरी से डीजल 79.93 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है। कोलकाता में पेट्रोल 25 पैसे बढ़कर 84.63 रुपये और डीजल 25 पैसे बढ़कर 76.89 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है।
बीते 17 दिनों में 2.35 रुपये महंगा हुआ है पेट्रोल
बीते अगस्त के दूसरे पखवाड़े की शुरूआत से ही पेट्रोल की कीमतें बढ़ना शुरू हो गई थी, जो एक सितंबर तक जारी रही। दिल्ली में पिछले 17 दिनों में 14 बाद बढ़ोतरी के साथ पेट्रोल 2.35 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है। डीजल की बात करें तो वह 3.15 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है। यह दिल्ली में सितंबर 2018 के बाद पेट्रोल और डीजल की सबसे अधिक कीमत हैं। इसका खामियाजा आम आदमी को उठाना पड़ रहा है।
34 प्रतिशत महंगा हुआ क्रूड ऑयल
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार ब्रेंट क्रूड ऑयल 30 अक्टूबर को 36.9 डॉलर प्रति बैरल था। इसके बाद गत 4 दिसंबर को यह 34 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 49.5 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। अभी फिलहाल इसमें कमी आने के आसार कम नजर आ रहे हैं। बता दें कि तेल विपणन कंपनियां इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतों के आधार पर दाम बढ़ाती है।
देश में 22 सितंबर से 20 नवंबर तक स्थित रही थी तेल की कीमतें
भारत में 22 सितंबर से 20 नवंबर तक पेट्रोल-डीजल के दाम स्थित रहे थे, लेकिन 20 नवंबर के बाद इनमें बढ़ोतरी होना शुरू हो गया और अब तक 14 बार दाम बढ़ चुके हैं। इसी तरह 30 जून से 15 अगस्त के बीच पेट्रोल 58 दिन और डीजल के दाम 48 दिन तक स्थिर रहे थे। इसके अलावा 14 मार्च से 6 जून के बीच करीब 85 दिनों तक पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।