कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण हवाई टिकट रद्द करने पर मिलेगा फुल रिफंड
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गाइडलाइंस जारी करते हुए एयरलाइंस को कोरोना वायरस के कारण हवाई टिकट रद्द करने वाले ग्राहकों को फुल रिफंड देने को कहा है। इन गाइडलाइंस में ये भी कहा गया है कि टिकट रद्द करने पर कोई भी कैंसिलेशन चार्ज नहीं लगाया जाएगा। बता दें कि कोरोना वायरस के कारण एयरलाइंडस इंडस्ट्री पर बड़ा खतरा मंडरा है और कई कंपनियों का डब्बा गोल होने की संभावना बनी हुई है।
दोनों लॉकडाउन के दौरान की टिकटों पर मिलेगा रिफंड
नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार, 25 मार्च से 14 अप्रैल तक के पहले लॉकडाउन और 15 अप्रैल से तीन मई तक के दूसरे लॉकडाउन के बीच जो भी टिकट बुक की गई थीं, उन्हें रद्द करने पर बिना किसी कैंसिलेशन चार्ज के फुल रिफंड मिलेगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और भारतीय एयरलाइंस कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के बीच इसे लेकर बुधवार को एक बैठक हुई थी जिसके बाद ये गाइडलाइंस जारी की गई है।
एयरलाइंस ने लिया टिकट रद्द करने पर क्रेडिट देने का फैसला
बता दें कि हाल ही में भारतीय एयरलाइंस ने लॉकडाउन के दौरान टिकट रद्द करने पर कैश में रिफंड न देने का फैसला लिया था। उन्होंने कहा था कि अगर ग्राहक टिकट रद्द करते हैं तो वे इसके बदले में बाद में टिकट बुक कर सकते हैं लेकिन उन्हें कैश में रिफंड नहीं दिया जाएगा। एयरलाइंस के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसकी आलोचना की थी।
अमेरिका भी दे चुका है यात्रियों को रिफंड देने का निर्देश
गौरतलब है कि इस महीने की शुरूआत में अमेरिका ने भी अपनी एयरलाइंस को कोरोना वायरस महामारी के कारण टिकट रद्द करने वाले यात्रियों को रिफंड देने का निर्देश दिया था।
लॉकडाउन के बीच पूरी तरह ठप है एयरलाइंस का कामकाज
भारत में कोरोना वायरस को रोकने के लिए 25 मार्च से लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन का पहला चरण 14 अप्रैल को खत्म हो गया था और इसे तीन मई तक आगे बढ़ा दिया गया है। इस दौरान सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक यात्री उड़ानों पर रोक लगी हुई है और इस कारण सभी एयरलाइंस का कामकाज ठप पड़ा है। अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक यात्री उड़ानों पर तो मार्च के दूसरे हफ्ते में ही रोक लगा दी गई थी।
भारत में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
गुरूवार शाम पांच बजे तक भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के 12,759 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 420 लोगों की मौत हुई है, वहीं 1,515 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है और जहां मरीजों की संख्या 3,000 पहुंचने वाली है। अब तक 2,919 लोगों को कोरोना से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 187 को इसके कारण जान गंवानी पड़ी है।