बिहार में सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर लगा प्रतिबंध, उल्लंघन करने पर होगी छह महीने जेल
कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच बिहार सरकार ने राज्य में सार्वजनिक जगहों पर थूकने पर पाबंदी लगा दी है। आदेश का उल्लंघन करने पर 200 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा और भारतीय दंड संहिता (IPC) के प्रावधानों के तहत छह महीने की जेल भी हो सकती है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को ये आदेश जारी किया। इसी के साथ बिहार सार्वजनिक जगहों पर थूकने पर पाबंदी लगाने वाला झारखंड के बाद दूसरा राज्य बन गया है।
जहां-तहां थूकने पर कोरोना वायरस फैलने का खतरा
यूं तो किसी भी जगह पर जहां-तहां थूकना बेहद गंदी आदत है, लेकिन कोरोना वायरस के इस दौर में ये आदत घातक भी साबित हो सकती है। किसी संक्रमित व्यक्ति के थूकने से कोरोना वायरस फैलने का खतरा रहता है। इसी कारण इसे लेकर तरह-तरह के कदम उठाए जा रहे हैं और बिहार ने पिछले कुछ दिनों में कई जिलों में सार्वजनिक तौर पर थूकने पर पाबंदी लगा दी थी। अब इसे पूरे राज्य में लागू कर दिया गया है।
बिहार के मुख्य स्वास्थ्य सचिव ने जारी किया आदेश
बिहार के मुख्य स्वास्थ्य सचिव द्वारा जारी इस आदेश में महामारी रोग अधिनियम, 1897 का प्रयोग करते हुए सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर पाबंदी लगाई गई है। इसमें लिखा है कि तंबाकू, गुटखा, पान मसाला, बीड़ी और सिगरेट के प्रयोग के बाद थूकने पर राज्य के सभी हिस्सों में प्रतिबंध लगाया जा रहा है। गलियों, सड़कों, सरकारी और गैर-सरकारी इमारतों, पुलिस स्टेशनों और स्वास्थ्य और शैक्षणिक संस्थानों समेत सभी सार्वजनिक स्थलों पर ये आदेश लागू होगा।
संक्रामक बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए लगाया गया प्रतिबंध
अपने आदेश में स्वास्थ्य सचिव ने लिखा है, 'कहीं भी थूकने की आदत जनता के स्वास्थ्य को खतरे में डालती है और यह संपर्क से फैलने वाली बीमारी के प्रसार का एक मुख्य कारण है।' इसमें लिखा है कि जहां-तहां थूकने की वजह से कोरोना वायरस, एन्सेफलाइटिस और टीबी जैसी बीमारियां फैलने का खतरा होता है और इसी कारण राज्य में सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर पाबंदी लगाने का फैसला किया गया है।
बिहार में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
मंगलवार शाम पांच बजे तक बिहार में कोरोना वायरस के 66 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से एक शख्स की मौत हुई है, वहीं 26 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। अन्य राज्यों से तुलना करने पर बिहार की स्थिति थोड़ी बेहतर प्रतीत होती है, हालांकि कोरोना के खिलाफ लड़ाई अभी लंबी है। इस लड़ाई को मजबूती देने के लिए राज्य के कुछ जिलों में सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
पूरे देश में कोरोना वायरस के 10,815 मामले
अगर पूरे देश की बात करें तो अब तक कोरोना वायरस के 10,815 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 353 मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, वहीं 1,190 मरीजों का इलाज सफल रहा है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 2,337 मामले सामने आए हैं।