Page Loader
लॉकडाउन बढ़ने के बाद गृह मंत्री अमित शाह बोले- पर्याप्त है अन्न और दवा भंडार

लॉकडाउन बढ़ने के बाद गृह मंत्री अमित शाह बोले- पर्याप्त है अन्न और दवा भंडार

Apr 14, 2020
07:56 pm

क्या है खबर?

देश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा कर दी। इसके बाद देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कई ट्वीट कर देश के लोगों को अन्न, दवाई व रोजमर्रा की चीजों का पर्याप्त भंडार होने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि देश के किसी भी नागरिक को आवश्यक चीजों के बारे में चिंता करने या परेशान होने की जरूरत नहीं है।

प्रकरण

प्रधानमंत्री मोदी ने क्यों की लॉकडाउन आगे बढ़ाने की घोषणा?

कोरोना के लिए 25 मार्च से 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। देश में अब तक कोरोना से 358 लोगों की मौत हो चुकी है और 10,000 से अधिक संक्रमित है। ऐसे में इस महामारी को केवल सोशल डिस्टैसिंग से ही हराया जा सकता है। इसको लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया। उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल तक सभी जिलों की निगरानी के बाद लॉकडाउन में राहत की घोषणा की जाएगी।

ट्वीट

अमित शाह ने संपन्न लोगों से की गरीबों की मदद की अपील

लॉकडाउन के आगे बढ़ाए जाने की पहले से ही उम्मीद की जा रही थी, लेकिन इसकी घोषणा के दौरान प्रधानमंत्री ने कई सवाल छोड़ दिए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के संबंध में नए दिशा-निर्देश बुधवार को जारी किए जाएंगे। उनके संबोधन के बाद लोगों में उत्पन्न हुई विभिन्न प्रकार की आशंकाओं को शांत करने के लिए अमित शाह ने अन्न और दवाइयों के पर्याप्त भंडार होने की बात कही।उन्होंने सम्पन्न लोगों से गरीबों की मदद की अपील भी की है।

जानकारी

राज्यों और केंद्र को एकसाथ काम करने की जरूरत- शाह

अमित शाह ने कहा कि संकट की इस घड़ी से निपटने के लिए राज्यों और केंद्र को एकसाथ मिलकर काम करना होगा। उन्होंने राज्य सरकारों से लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने तथा लोगों तक आवश्यक वस्तुएं पहुंचाने की व्यवस्था करने की अपील की है।

ट्विटर पोस्ट

अमित शाह ने की अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं की सराहना

आलोचना

पहले लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों की अनदेखी पर हुई थी सरकार की आलोचना

बता दें कि पहले लॉकडाउन की घोषणा का सबसे ज्यादा असर प्रवासी मजदूरों पर पड़ा था। कंपनियों ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया तो कुछ का स्वरोजगार ठप हो गया। श्रमिक लाखों की संख्या में पैदल ही अपने घरों को पलायन करने पर मजबूर हो गए थे। इस पर सरकार की विपक्ष ने आलोचना की थी। बाद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रवासी मजदूरों और श्रमिकों की मदद के लिए 1.7 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की थीं।

प्रतिक्रियाएं

राहत पैकेज की घोषणा नहीं करने पर कांग्रेस ने की प्रधानमंत्री की आलोचना

कांग्रेस ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की घोषणा के दौरान राहत पैकेज नहीं देने पर प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना की है। विशेषज्ञों की राय को नजरअंदाज करने को लेकर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट किया, "गरीबों को 21 + 19 दिनों के लिए उधारी पर जीने के लिए छोड़ दिया गया है। इसमें गरीबों के लिए भोजन की मांग आवश्यक है। सरकार के पास पैसा और भोजन दोेनों है, लेकिन वह गरीबों के लिए घोषणा नहीं करेगी।

समर्थन

थरूर ने किया लॉकडाउन का समर्थन

चिदंबरम के पार्टी साथी शशि थरूर ने कहा कि वह लॉकडाउन बढ़ाने का समर्थन करते हैं, लेकिन उन्हें और भी कई चीजों की घोषणा की उम्मीद थीं। उन्होंने कहा कि सरकार को उन लोगों के लिए भी घोषणा करनी चाहिए थी, जो इससे सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनरेगा भुगतान, जन-धन योजना, राज्यों का बकाया GST सहित अन्य राहत भरी घोषणाएं करनी चाहिए थी। उन्होंने एक अन्य ट्वीट कर लिखा, 'लड़ाई जीत तक जारी रहेगी'।