संसद की सुरक्षा में सेंध: कौन है महेश कुमावत और क्यों किया गया गिरफ्तार?
दिल्ली पुलिस 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंधमारी के मामले में छठे आरोपी महेश कुमावत को गिरफ्तार कर चुकी है। यह शख्स संसद में घुसपैठ की साजिश को अंजाम देने के लिए अन्य आरोपियों के संपर्क में था। महेश को शनिवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया था। बता दें कि पुलिस इस मामले में 5 लोगों- सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे, नीलम देवी और ललित मोहन झा को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
संसद की सुरक्षा में सेंध का मामला क्या था?
13 दिसंबर को शून्यकाल के दौरान 2 युवक अचानक से दर्शक दीर्घा से लोकसभा में कूद गए थे और बेंचों पर कूदते हुए गैस कनस्तर से पीले रंग की गैस उड़ा दी। ये भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के नाम पर जारी विजिटर पास के जरिए लोकसभा की दर्शक दीर्घा में पहुंचे थे। संसद के बाहर भी एक महिला और युवक पीले रंग का धुआं उड़ाते हुए गिरफ्तार किए गए। इन सभी पर UAPA लगाया गया है।
महेश को पुलिस ने क्यों किया गिरफ्तार?
दिल्ली पुलिस ने कहा कि महेश को सबूत नष्ट करने और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। वह आरोपी द्वारा बनाए गए भगत सिंह फैन क्लब फेसबुक पेज का भी सदस्य था। यह पेज अब हटाया जा चुका है। पुलिस को संदेह है कि महेश ने ललित को नागौर में रहने में मदद की, जहां वह बुधवार की घटना के बाद भाग गया था। महेश अब 7 दिनों के लिए पुलिस रिमांड में है।
कौन है महेश कुमावत?
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के नागौर का रहने वाला महेश संसद में घुसपैठ के लिए बनाई गई साजिश का हिस्सा था। उसे 13 दिसंबर कनस्तरों के साथ दूसरे गेट पर खड़ा होना था, लेकिन वह जा नहीं सका। महेश पिछले 2 वर्षों से साजिश रचने में अन्य आरोपियों के संपर्क में था। महेश ने कोर्ट को बताया कि सबूतों को नष्ट करने और बड़ी साजिश को छिपाने में उसने मास्टरमाइंड आरोपी ललित की मदद की थी।
महेश ने सबसे बड़े सबूत को कैसे किया नष्ट?
महेश ने नागौर के कूचामन शहर के पास त्रिशंगया गांव के होटल में ललित को रुकवाया था। 13 दिसंबर को ललित और महेश ने आग सेंकने के बहाने 4 मोबाइल फोन को आग में जला दिया। यह मोबाइल संसद की सुरक्षा में सेंध का सबसे बड़ा सबूत माने जा रहे थे जिन्हें नष्ट कर दिया गया। जहां मोबाइल को जलाया गया था वहां उसके कुछ पुर्जे रह गए थे। पुलिस ने इन्हें भी अपने कब्जे में ले लिया है।
महेश ने ललित के साथ खुद किया आत्मसमर्पण
महेश ने गुरुवार रात ललित के साथ खुद ही पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद दोनों को स्पेशल सेल को सौंप दिया गया। 2 दिन पूछताछ के बाद महेश को गिरफ्तार कर लिया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह लोग देश में अराजकता पैदा करना चाहते थे ताकि वह सरकार को अपनी अनुचित और अवैध मांगों को पूरा करने के लिए मजबूर कर सकें।
इंस्टाग्राम के जरिए युवाओं का ब्रेनवॉश करता था महेश
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने महेश के इंस्टाग्राम अकाउंट को डिकोड कर बड़े खुलासे किये हैं। इस अकाउंट से क्रांति के नाम पर युवाओं को भड़काने और उनका ब्रेन वॉश करने की साजिश की जा रही थी। दरअसल, महेश ने अपने अकाउंट पर लिखा था कि वह भगत सिंह और छत्रपति शिवाजी से प्रेरित है। अपनी प्रोफाइल पर 'इंकलाब जिंदाबाद', और 'अगर देश में क्रांति लानी है तो खुद क्रांतिकारी होना चाहिए' जैसे नारे लिखे थे।