संसद की सुरक्षा में सेंध: मास्टरमाइंड ललित झा के बारे में अब तक क्या-क्या पता है?
संसद की सुरक्षा में सेंध के छठवें और अंतिम आरोपी ललित झा ने गुरुवार रात को दिल्ली में आत्मसमर्पण कर दिया। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, उसने कर्तव्य पथ थाने जाकर आत्मसमर्पण किया और उसके साथ महेश नामक उसका एक दोस्त भी साथ आया था। ललित को ही इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है और वह पिछले 2 दिन से फरार था। आइए जानते हैं कि ललित झा कौन है और उसकी वारदात में क्या भूमिका रही।
बिहार का रहने वाला है ललित, कोलकाता में था शिक्षक
ललित झा मूल रूप से बिहार के दरभंगा का रहने वाला है, लेकिन पिछले कुछ समय से कोलकाता में रह रहा था और यहां शिक्षक के तौर पर काम कर रहा था। एक चायवाले ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि वह कुछ साल पहले कोलकाता के बड़ा बाजार में रहने आया था, लेकिन 2 साल पहले वो अचानक से यहां से चला गया। उन्होंने बताया कि ललित शांत स्वभाव का व्यक्ति था और अपने तक ही सीमित रहता था।
कोलकाता में NGO से भी जुड़ा हुआ था ललित
कोलकाता में ललित एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) 'साम्यवादी सुभाष' के साथ भी काम करता था और उसका सचिव था। ललित ने प्रदर्शन का वीडियो रिकॉर्ड करके इस NG0 के संस्थापक नीलाक्ष आइच को भेजा था। उन्होंने ललित से इस प्रदर्शन का कारण पूछा था। नीलाक्ष ने बताया कि ललित ने पुरुलिया और झाड़ग्राम में जमीनी स्तर पर काम करने का दावा किया था, इसलिए उसे NGO में शामिल किया गया और वह उनका दोस्त नहीं है।
प्रदर्शन के दौरान ललित ने क्या किया?
जांचकर्ताओं ने बताया कि विजिटर पास न मिलने के कारण ललित संसद के अंदर नहीं जा सका था और उसने संसद के बाहर पीला धुआं छोड़ने वाले अन्य 2 प्रदर्शनकारियों का वीडियो बनाया था। उसने ये वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया और NGO के संस्थापक नीलाक्ष को भी इसकी एक कॉपी भेजी। प्रदर्शन के दौरान ललित हंगामे का फायदा उठाते हुए अपने सभी साथियों के फोन लेकर भाग गया था।
प्रदर्शन के बाद राजस्थान भाग गया था ललित
NDTV के सूत्रों के अनुसार, ललित ने पुलिस को बताया कि प्रदर्शन के बाद वह बस से नीमराणा होते हुए राजस्थान के नागौर चला गया था। उसे आखिरी बार नीमराणा में ही देखा गया था। उसने बताया कि वह नागौर में अपने 2 दोस्तों के साथ एक होटल में ठहरा था, लेकिन जब उसे पता चला कि पुलिस उसे ढूढ़ रही है तो वो वापस लौट आया। ये सामने नहीं आया कि उसे मास्टरमाइंड क्यों कहा जा रहा है।
ललित ने नष्ट किए सारे फोन
इंडिया टुडे के पुलिस सूत्रों के अनुसार, ललित के पास से कोई फोन नहीं मिला है। माना जा रहा है कि उसने राजस्थान में अपने और बाकी आरोपियों के सभी फोन नष्ट कर दिए। दिल्ली पुलिस ने उसे स्पेशल सेल के हवाले कर दिया है।
क्या है मामला?
बुधवार को शून्य काल के दौरान 2 युवक अचानक से दर्शक दीर्घा से लोकसभा में कूद गए थे और बेंचों पर कूदते हुए गैस कनस्तर से पीले रंग की गैस उड़ा दी। संसद के बाहर भी एक महिला और युवक पीले रंग का धुआं उड़ाते हुए गिरफ्तार किए गए। एक अन्य आरोपी विशाल शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसके गुरुग्राम स्थित घर पर सभी आरोपी रुके थे। विशाल को छोड़ बाकी आरोपियों पर UAPA लगाया गया है।