
पहलगाम आतंकी हमला: आतंकी संगठन TRF ने हमले में शामिल होने से किया इनकार
क्या है खबर?
पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े छद्म संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले में शामिल होने से इनकार कर दिया है। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी।
हमले के बाद शुरुआत में इसकी जिम्मेदारी लेने वाले TRF ने शनिवार को एक बयान जारी कर हमले में किसी भी तरह से शामिल होने से इनकार किया है।
उसने अपने पहले के बयान को समन्वित साइबर घुसपैठ का परिणाम बताया है।
बयान
TRF ने क्या जारी किया बयान?
सोशल मीडिया पर जारी एक संदेश में TRF ने कहा है, 'TRF पहलगाम की घटना में किसी भी तरह की संलिप्तता से साफ इनकार करता है। इस कृत्य के लिए TRF को जिम्मेदार ठहराना गलत और जल्दबाजी में किया गया कदम है।'
समूह ने दावा किया है, 'समन्वित साइबर घुसपैठ के कारण उसके एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किसी ने एक अनधिकृत संदेश पोस्ट करके हमले की जिम्मेदारी लेते हुए संगठन को बदनाम करने का काम किया था।'
आरोप
TRF ने भारतीय साइबर खुफिया एजेंसियों पर लगाया आरोप
TRF ने कहा, 'आंतरिक ऑडिट में बाहरी हेरफेर के संकेत मिले हैं। शुरुआती संकेतों से इसमें भारतीय साइबर खुफिया एजेंसियों का हाथ होने का पता चला है। हमले की जिम्मेदारी का प्रारंभिक दावा उनके संचार नेटवर्क में सेंध लगाकर किया गया था।'
आतंकी संगठन ने दावा किया है कि वह घुसपैठ के स्रोत की पहचान करने के लिए अपनी पूरी आंतरिक जांच कर रहा है और जल्द ही इसमें शामिल होने वालों का खुलासा कर दिया जाएगा।'
हमला
पहलगाम में कैसे हुआ था आतंकी हमला?
22 अप्रैल को पहलगाम के एक रिसॉर्ट में 4 आतंकवादियों ने गोलीबारी की। यह हमला उस समय हुआ जब पर्यटक खच्चर की सवारी का आनंद ले रहे थे। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई।
इस हमले से पूरा देश स्तब्ध है तथा भारत और विदेशों में इसकी कड़ी निंदा की है।
यह देश में पिछले दो दशकों में हुए सबसे घातक नागरिक हमलों में से एक है। सुरक्षा बल आतंकियों की तलाश में जुटे हैं।
संगठन
क्या है TRF?
TRF को लश्कर का ही छद्म संगठन माना जाता है। 2019 में कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद पाकिस्तान की मदद से लश्कर ने ही इसे लॉन्च किया था।
यह संगठन जम्मू-कश्मीर में तेजी से नेटवर्क बढ़ा रहा है। TRF का गठन जम्मू-कश्मीर में उग्रवाद को एक स्थानीय चेहरा प्रदान करने के लिए किया गया था। पाकिस्तान में बैठा शेख सज्जाद गुल TRF का प्रमुख है।
इसे धार्मिक संगठन की बजाय जन आंदोलन का रूप दिया है।
नेतृत्व
TRF का नेतृत्व कौन करता है?
TRF की स्थापना की जिम्मेदारी शेख सज्जाद गुल ने ली थी, जो इसका सुप्रीम कमांडर भी था। अभी भी सज्जाद गुल पाकिस्तान में बैठकर इसका कामकाज संभालता है।
स्थापना के वक्त बासित अहमद डार संगठन का मुख्य ऑपरेशनल कमांडर था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, TRF का गठन शुरू में हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर के कैडरों के साथ किया गया था। जनवरी, 2023 में गृह मंत्रालय ने इसे आतंकी संगठन घोषित किया था।