अनंतनाग: भारतीय सेना ने लश्कर आतंकी उजैर खान को मार गिराया, 7 दिन बाद मुठभेड़ खत्म
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच 7 दिन से चल रही मुठभेड़ खत्म हो गई है। हालांकि, तलाशी अभियान अभी जारी रहेगा। मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने आतंकवादी उजैर खान को ढेर कर दिया। उजैर अहमद खान अनंतनाग के नागम कोकरनाग का रहने वाला था। वह 26 जुलाई, 2022 से लापता था। कश्मीर के ADGP विजय कुमार ने पुष्टि की कि लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर उजैर खान मारा गया है।
सोमवार को मिला था आतंकी का जला हुआ शव, जांच करने पर उजैर का निकला
सोमवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से एक जला हुआ शव बरामद किया था और आशंका थी कि ये शव लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े उजैर का है। इसके बाद शव की पहचान का काम शुरू हुआ और उजैर के परिवार के सदस्यों के DNA नमूने लेकर शव की पहचान की गई। इससे स्पष्ट हो गया कि शव उजैर का ही था। उजैर इस हमले का मास्टरमाइंड था।
1 और आतंकी के शव की तलाश जारी
कश्मीर के ADGP विजय कुमार ने कहा , "लश्कर कमांडर उज़ैर मारा गया। उसका शव और हथियार बरामद कर लिया गया है। एक और आतंकी का शव देखा गया है। अभी काफी इलाकों में सर्च अभियान बाकी है। हम लोगों से अपील करते हैं कि वे घटनास्थल पर न जाएं क्योंकि वहां गोला-बारूद मौजूद है। तीसरे आतंकी के शव को ढूंढ रहे हैं। हमारे 3 सहयोगी और एक जवान शहीद हुए हैं।"
कौन था लश्कर कमांडर उजैर खान?
अनंतनाग में सेना ने जिस 28 वर्षीय आतंकी उजैर को ढेर किया है, उसका पूरा नाम उजैर अहमद खान है। वह 13 सितंबर को सुरक्षाबलों पर जानलेवा हमले का मास्टरमाइंड था, जिसमें सेना के 4 जवान शहीद हुए थे। उजैर जून, 2022 में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, वो कई आतंकी हमलों को अंजाम दे चुका था। सुरक्षाबलों ने उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था।
मुठभेड़ में शहीद हो चुके हैं 4 जवान
अनंतनाग मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के 3 अधिकारी और एक जवान शहीद हो चुके हैं। 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक सैनिक हुमायूं भट बुधवार को हुई गोलीबारी में शहीद हो गए थे। इसके बाद शुक्रवार को एक और सैनिक शहीद हो गया। इस शहीद जवान की पहचान राइफलमैन रवि कुमार के तौर पर हुई थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
सेना के अधिकारियों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जम्मू-कश्मीर में पिछले 10 दिनों में आतंकवाद और घुसपैठ की कम से कम 5 घटनाएं हुई हैं। 2 घटनाएं पीर पंजाल की पहाड़ियों के के दक्षिण में रियासी जिले के चसाना क्षेत्र और राजौरी जिले के नरला क्षेत्र में हुई हैं, जबकि बाकी 3 घटनाएं उत्तर में उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास हथलंगा में, उरी और बारामूला के बीच और अनंतनाग के पास कोकरनाग के जंगलों में हुईं।