
पहलगाम आतंकी हमले का कथित मास्टरमाइंड सैफुल्लाह कसूरी कौन है?
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस हमले में 26 लोग मारे गए हैं और कई घायल हुए हैं।
लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि लश्कर का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह कसूरी इस हमले का मास्टरमाइंड है।
आइए सैफुल्लाह के बारे में जानते हैं।
परिचय
कौन है सैफुल्लाह कसूरी?
सैफुल्लाह कसूरी को सैफुल्लाह खालिद, अली, हबीबुल्लाह और नौमान समेत कई नामों से भी जाना जाता है। उसे आतंकी हाफिज सईद का बेहद करीबी माना जाता है।
वह लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रमुख कमांडर और डिप्टी चीफ है और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का रहने वाला है। कई बार उसे पाकिस्तानी सेना के लोगों के साथ देखा गया है।
करीब 2 महीने पहले ही सैफुल्लाह कंगनपुर गया था, जहां पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी ने उसके भाषण का इंतजाम करवाया था।
शुरुआत
आतंकी संगठन में कैसे भर्ती हुआ सैफुल्लाह?
रिपोर्ट के मुताबिक, सैफुल्लाह ने 20-25 साल पहले लश्कर में भर्ती हुआ था। उसकी भर्ती में हाफिज सईद का बड़ा दखल था। पाकिस्तान के मुरीदके में उसने आतंकी गतिविधियों का प्रशिक्षण लिया था।
माना जाता है कि जम्मू-कश्मीर में लश्कर की गतिविधियां संचालित करने के लिए सैफुल्लाह मुख्य हैंडलर है। वह पाक अधिकृत कश्मीर (POK) के कोटली में लश्कर के एक छोटे आतंकी समूह का प्रमुख रह चुका है।
बयान
भारत के खिलाफ जहर उगलता रहा है सैफुल्लाह
खैबर पख्तूनख्वा में आयोजित एक सभा में सैफुल्लाह ने कहा था, "आज 2 फरवरी है। मैं वादा करता हूं कि 2 फरवरी, 2026 तक हम कश्मीर पर कब्जा करने की पूरी कोशिश करेंगे। आने वाले दिनों में हमारे मुजाहिदीन हमले तेज कर देंगे।"
इस सभा का आयोजन ISI और पाकिस्तानी सेना द्वारा किया गया था।
पाकिस्तान के कंगनपुर में भी उसने भारत और भारतीय सेना के खिलाफ जहर उगला था।
सुरक्षा
हमेशा मजबूत सुरक्षा घेरे में रहता है सैफुल्लाह
बताया जाता है कि सैफुल्लाह लग्जरी कारों का काफी शौक है। वह कड़े सुरक्षा घेरे में रहता है और उसके आसपास हमेशा अत्याधुनिक हथियारों से लैस लश्कर के आतंकी रहते हैं।
उसका नाम अंतरराष्ट्रीय खुफिया एजेंसियों को सौंपे गए कई पिछले डोजियर में सामने आया है। भारत में हुए कई बड़े आतंकी हमलों में सैफुल्लाह का नाम सामने आया है।
अब पहलगाम हमले के पीछे भी सैफुल्लाह की बड़ी भूमिका मानी जा रही है।