मणिपुर जाएंगे विपक्षी गठबंधन INDIA के सांसद, 29-30 जुलाई को करेंगे राज्य का दौरा
मणिपुर हिंसा के बीच संसद में खूब हंगामा हो रहा है। विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री के बयान की मांग पर अड़ी हुई हैं। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से खबर आ रही है कि विपक्षी गठबंधन INDIA के सांसदों का एक दल मणिपुर का दौरा कर सकता है। खबर है कि 29 और 30 जुलाई को ये सांसद मणिपुर का दौरा कर सकते हैं। इस दौरान सांसद वहां के लोगों से मिलेंगे।
मणिपुर पर संसद में लगातार हो रहा है हंगामा
बता दें कि मणिपुर से महिलाओं को निर्वस्त्र कर घूमाने का वीडियो सामने आने के बाद खूब हंगामा हो रहा है। 20 जुलाई से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र में भी मणिपुर को लेकर लगातार केंद्र सरकार और विपक्षी सांसद आमने-सामने हैं। आज सत्र के छठवें दिन भी हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी गई थी। सत्र शुरू होने के बाद से हर दिन सदन की कार्यवाही स्थगित हुई है।
मणिपुर पर आज संसद में क्या-क्या हुआ?
आज संसद में विपक्षी पार्टियों के सांसद काले कपड़े पहनकर पहुंचे। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने कहा, "यह राज्य का नहीं बल्कि पूरे देश का मुद्दा है। मणिपुर जल रहा है और लोग मर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री संसद का अपमान कर रहे हैं। राज्यसभा में विपक्ष के सांसदों ने 'प्रधानमंत्री सदन में आओ' और 'प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो' जैसे नारे भी लगाए।
राहुल गांधी कर चुके हैं मणिपुर का दौरा
जून के आखिरी हफ्ते में 2 दिन के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर का दौरा किया था। पहले दिन पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उनके काफिले को चुराचांदपुर से पहले ही रोक लिया था, जिसके बाद वे हेलिकॉप्टर से गए थे। इस दौरान राहुल ने राहत शिविरों का दौरा किया था, हिंसा प्रभावित लोगों और नागरिक संगठनों के सदस्यों से मिले थे और बच्चों के साथ खाना भी खाया था।
मणिपुर हिंसा पर अविश्वास प्रस्ताव लाया है विपक्ष
मणिपुर हिंसा पर INDIA केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है। लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष के इस अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, जिस पर आने वाले दिनों में चर्चा और वोटिंग किए जाने की उम्मीद है। भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) के लोकसभा में 545 में से 331 सांसद हैं। INDIA के पास लोकसभा में 144 सदस्य हैं। इस लिहाज से सरकार को कोई खतरा नहीं है।
मणिपुर में 3 मई को भड़की थी हिंसा
मणिपुर हाई कोर्ट ने मार्च में मणिपुर सरकार से गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने की याचिका पर विचार करने को कहा था। इसका कुकी आदिवासियों ने विरोध किया और उनकी एकजुटता मार्च के बाद 3 मई को हिंसा भड़क गई थी। उसके बाद से ही मणिपुर में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है और यहां 160 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।