मणिपुर वीडियो: ट्विटर के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है केंद्र सरकार, संसद में हंगामे के आसार
मणिपुर से सामने आए एक शर्मनाक वीडियो को लेकर केंद्र सरकार अब ट्विटर पर कार्रवाई कर सकती है। खबर है कि सरकार ने ट्विटर को निर्देश दिया है कि उक्त वीडियो को शेयर करने से रोका जाए। समाचार एजेंसी ANI ने इस बात की जानकारी दी है। इस बीच आज से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है। इसमें मणिपुर वीडियो को लेकर विपक्षी पार्टियां हंगामा कर सकती हैं।
ट्विटर के खिलाफ जारी किया गया आदेश- रिपोर्ट्स
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मणिपुर वीडियो को लेकर सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को आदेश जारी कर कहा है कि वीडियो को शेयर न होने दें। सूत्रों के हवाले से खबर है कि सरकार ने ट्विटर के खिलाफ भारतीय कानूनों का पालन नहीं करने के संबंध में कल रात कार्रवाई शुरू करने का आदेश जारी कर दिया है। सूचना प्रसारण मंत्रालय ने वीडियो को शेयर होने से रोकने के लिए सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ काम कर रहा है।
संसद में चर्चा के लिए विपक्षी पार्टियों ने दिया नोटिस
मणिपुर पर चर्चा के लिए संसद में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP), राष्ट्रीय जनता दल (RJD) समेत कई पार्टियों के सांसदों ने नोटिस दिया है। विपक्षी पार्टियां मामले पर संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रही हैं। कांग्रेस सासंद मनीष तिवारी ने स्थगन प्रस्ताव पेश किया है। बता दें कि जनहित से जुड़े मुद्दे पर तुरंत चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया जाता है, जिसके लिए 50 सदस्यों का समर्थन जरूरी है।
मणिपुर वीडियो पर विपक्ष आक्रामक
मणिपुर पर विपक्षी पार्टियां सरकार को घेर रही हैं। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा, "सरकार और प्रधानमंत्री मणिपुर में हिंसक घटनाओं पर आंख मूंदकर क्यों बैठे हैं? क्या ऐसी तस्वीरें उन्हें परेशान नहीं करती?" AAP ने कहा, "हम प्रधानमंत्री से मणिपुर में हस्तक्षेप का अनुरोध करते हैं। आंख बंद कर लेने से यह समस्या दूर नहीं होगी।" राहुल गांधी ने कहा, "प्रधानमंत्री की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर धकेल दिया है।"
क्या है वीडियो से जुड़ा पूरा मामला?
मणिपुर से सामने आए वीडियो में भीड़ 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड निकाल रही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि महिलाएं रो रही हैं और पुरुष उनके साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार होने की बात भी कही जा रही है। ये वीडियो 4 मई का बताया जा रहा है और घटना कांगपोकपी जिले में हुई है। बता दें कि इस घटना के 1 दिन पहले ही मणिपुर में हिंसा शुरू हुई थी।