दिल्ली-NCR में 70 रुपये प्रति किलोग्राम हुआ प्याज, दिसंबर तक बढ़ोतरी जारी रहने की संभावना
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में प्याज की कीमतें बढ़कर 60-70 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गईं है, जो पहले 30 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा था। पिछले एक सप्ताह में प्याज की कीमत में औसत 57 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और नवंबर में कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंचने की संभावना है। इसी बीच प्याज की बढ़ती कीमतों पर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है।
मंडी में कम आमद से बढ़ी कीमतें- प्याज विक्रेता
दिल्ली की गाजीपुर सब्जी मंडी में प्याज 70 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है। समाचार एजेंसी ANI से सब्जी विक्रेता ने कहा, "प्याज की आमद कम है, जिसके कारण कीमतें बढ़ गई हैं। आज दरें 350 रुपये (प्रति 5 किलोग्राम) हैं। कल, यह 300 रुपये थी। इससे पहले यह 200 रुपये थी। एक सप्ताह पहले दरें 200 रुपये, 160 रुपये या 250 रुपये आदि थीं। पिछले हफ्ते से कीमतें बढ़ गई हैं। आपूर्ति में कमी के कारण कीमतें बढ़ी हैं।"
दिसंबर तक कीमतों में बढ़ोतरी रहने की संभावना
नवरात्रि उत्सव की समाप्ति के बाद प्याज की कीमत में अचानक उछाल आने से उपभोक्ताओं और विक्रेताओं दोनों की चिंताएं बढ़ गई हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, प्याज की अधिकतम कीमत बढ़कर लगभग 70 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। यह तेजी का रुख दिसंबर तक जारी रहने की संभावना है। इसी तरह कर्नाटक और महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में भी प्याज की कीमतें बढ़ी हैं। बेंगलुरु के यशवंतपुर में प्याज 65-70 रुपये प्रति किलोग्राम बेचा जा रहा है।
केंद्र सरकार अब रियायती दर पर उपलब्ध कराएगी प्याज
शुक्रवार को केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए खुदरा बाजारों में 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर 'बफर स्टॉक' से प्याज की बिक्री बढ़ाने का फैसला किया। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, कई राज्यों में प्याज की औसत खुदरा कीमत बढ़कर 47 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है, जबकि पिछले साल खुदरा बाजार में इस समय पर प्याज की कीमत 30 रुपये प्रति किलोग्राम पर थी।
देश में प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने में जुटी सरकार
समाचार एजेंसी PTI को उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि बाजार में प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए अगस्त, 2023 से ही प्याज के बफर स्टॉक को बाजार में उतारा जा रहा है। उन्होंने कहा, "जिन राज्यों में प्याज कीमतों में तेज वृद्धि हो रही है। वह सरकार कीमतों नियंत्रित करने की कोशिश में है। अगस्त से अब तक 22 राज्यों में लगभग 1.7 लाख टन प्याज उतारा गया है।"
केंद्र बाजार में उतारेगा 5 लाख टन प्याज का बफर स्टॉफ
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अनुसार, केंद्र वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ लिमिटेड (NAFED) और भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (NCCF) में कुल 5 लाख टन प्याज के बफर स्टॉक की बिक्री बाजार में करने वाली है। इसके अलावा सरकार अतिरिक्त 2 लाख टन प्याज की बिक्री करने की भी योजना बना रही है। देश के विभिन्न राज्यों में NAFED और NCCF अपने केंद्रों से उपभोक्ताओं को रियायती दरों में प्याज उपलब्ध करवाएगा।
क्यों बाजार में अचानक महंगा हुआ प्याज?
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार में अचानक प्याज की कीमत बढ़ने के पीछे कई कारण हैं। इसके पीछे खरीफ फसल की बुआई में देरी एक मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि फसल की बुआई में देरी से फसल की पैदावार में देरी हुई है, जिसका असर थोक और खुदरा प्याज की कीमत पर दिख रहा है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी सरकार ने टमाटर की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए ऐसे कदम उठा चुकी है।